थानाप्रभारी रमेन्द्रसिंह हाड़ा ने बताया कि सीआरपीएफ ग्रुप केन्द्र प्रथम के कमाण्डेंट अजय कुमार रजनीकर ने शारीरिक परीक्षा में शामिल अभ्यर्थी का बायोमैट्रिक का मिलान नहीं होने पर गम्भीरता से लिया। उन्होंने लिखित परीक्षा की वीडियो रिकॉडिंग देखी तो गिरोह का सच सामने आ गया। उन्होंने मामले में अलवरगेट थाने में मुकदमा दर्ज कराया। पुलिस ने प्रकरण दर्जकर परीक्षार्थी व दलाल की तलाश की लेकिन आरोपी फरार हो गए। पुलिस ने मामले में परीक्षार्थी से सम्पर्क साधते हुए उसके स्थान पर लिखित परीक्षा में बैठने व पास कराने के आरोपी देवनारायण मीणा को नामजद कर तलाश की। सूचना पर पुलिस ने सोमवार को दौसा महुआ में दबिश देकर देवनारायण मीणा को गिरफ्तार कर लिया। मामले में पुलिस पड़ताल में जुटी है।
तीन परीक्षाएं की पास
फरार चल रहे आरोपियों की तलाश में आईपीएस विकास सांगवान, सीओ साउथ मुकेश कुमार सोनी की नेतृत्व में की गई कार्रवाई में सामने आया कि आवेदकके स्थान पर स्वयं ने परीक्षा दी थी। पड़ताल में आया कि आरोपी देवनारायण मीणा रेलवे में तकनीकी पद 2, केन्द्रीय विद्यालय संगठन में लिपिक, एक अन्य परीक्षा में चयन व उत्तीर्ण हो चुका है। कार्रवाई में थानाप्रभारी रमेन्द्रसिंह हाड़ा के साथ सिपाही सुधीर, कुलदीप सिंह, बाबूलाल, मनोज शामिल है।
साथी दलाल भी गिरफ्तार पुलिस ने इससे पूर्व प्रकरण में दलाल जितेन्द्र उर्फ जीतू को 17 जनवरी को गिरफ्तार किया था। जीतू की गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने आरोपी देवनारायण मीणा की तलाश तेज कर दी। यह प्रयास 25 जनवरी को कामयाब रहे। पुलिस ने देव नारायण मीणा को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस आरोपी से गहनता से पड़ताल में जुटी है।
वारदात करने का तरीका
पड़ताल में आया कि गिरोह परीक्षा में आवेदन करने वाले अभ्यर्थियों से सम्पर्क कर उन्हें लिखित परीक्षा में पास कराने के फर्जी तरीके से लिखित परीक्षा में शामिल होने का षड्यंत्र रचते हैं। फिर आरोपी मौका पडऩे पर खुद को अभ्यर्थी के स्थान पर परीक्षा देने बैठ गया।
यह है मामला पुलिस पड़ताल में आया कि आरोपी देवनारायण गिरोह का मास्टर माइंड है। वह अभ्यर्थी को पास कराने के लिए स्वयं लिखित परीक्षा में बैठ गया। शारीरिक दक्षता परीक्षा में मूल अभ्यर्थी के शामिल होने पर बायोमैट्रिक का मिलाने नहीं होने पर 23 अगस्त 2019 को पीठासीन अधिकारी व द्वितीय कमांडेट अधिकारी सीआरपीएफ ग्रुप केन्द्र प्रथम अजयकुमार रजनीकर ने अलवर गेट थाने में धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कराया।