यूजीसी के अंतिम वर्ष की परीक्षाएं कराने के फैसले से नाराज एनएसयूआई कार्यकर्ताओं ने महर्षि दयानंद सरस्वती विश्वविद्यालय में नारेबाजी और प्रदर्शन किया। छात्रों ने जमीन पर लेटकर परीक्षाएं नहीं कराने और सरकार को सद्बुद्धि देने की मांग की।
एनएसयू्आई जिलाध्यक्ष नवीन सोनी, उपाध्यक्ष दिनेश चौधरी, पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष अब्दुल फरहान, हनीष मारोठिया, भगवान सिंह चौहान सहित अन्य छात्र विश्वविद्यालय पहुंचे। छात्रों ने यहां नारेबाजी और प्रदर्शन किया। मुख्य गेट पर छात्रों ने जमीन पर लेटकर सरकार को सद्बुद्धि देने और परीक्षाएं नहीं कराने की गुहार लगाई।
सौंपा परीक्षा नियंत्रक को ज्ञापन
छात्र नारेबाजी करते हुए कुलपति सचिवालय पहुंचे। कुलपति प्रो. आर. पी. सिंह के अजमेर से बाहर होने पर उन्होंने परीक्षा नियंत्रक प्रो. सुब्रतो दत्ता को ज्ञापन सौंपा। छात्रों ने बताया कि कोरोना संक्रमण के चलते देश के कई राज्यों में हालात खराब हैं। इसके बावजूद यूजीसी परीक्षाएं कराने पर आमादा है। यूजीसी को स्नातक/स्नातकोत्तर स्तर पर विद्यार्थियों को प्रमोट करने की योजना बनानी चाहिए।
छात्र नारेबाजी करते हुए कुलपति सचिवालय पहुंचे। कुलपति प्रो. आर. पी. सिंह के अजमेर से बाहर होने पर उन्होंने परीक्षा नियंत्रक प्रो. सुब्रतो दत्ता को ज्ञापन सौंपा। छात्रों ने बताया कि कोरोना संक्रमण के चलते देश के कई राज्यों में हालात खराब हैं। इसके बावजूद यूजीसी परीक्षाएं कराने पर आमादा है। यूजीसी को स्नातक/स्नातकोत्तर स्तर पर विद्यार्थियों को प्रमोट करने की योजना बनानी चाहिए।
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सीबीएसई सचिव ने किया ट्वीट, रिजल्ट तिथियों को बताया फर्जी अजमेर. सीबीएसई ने दसवीं और बारहवीं के परिणाम से जुड़ी तिथियों को फर्जी बताया है। सचिव ने ट्विट कर साफ किया बोर्ड ने परिणाम संबंधित कोई तिथि निर्धारित नहीं की है।
कुछ संस्थाओं ने बारहवीं का परिणाम 11 जुलाई और दसवीं का परिणाम 13 जुलाई को जारी होने का दावा किया। यह खबर वायरल भी हो गई। इसके बाद सीबीएसई सचिव अनुराग त्रिपाठी ने ट्विटर पर संदेश जारी किया। उन्होंने बताया कि बोर्ड ने दसवीं और बारहवीं के परिणाम की कोई तिथि जारी नहीं की है। बोर्ड की अधिकृत वेबसाइट पर जारी होने वाली तिथियां ही परिणाम के लिए अधिकृत मान्य होंगी। इसके लिए विद्यार्थियों और परिजनों को इंतजार करना चाहिए।
सीबीएसई सचिव ने किया ट्वीट, रिजल्ट तिथियों को बताया फर्जी अजमेर. सीबीएसई ने दसवीं और बारहवीं के परिणाम से जुड़ी तिथियों को फर्जी बताया है। सचिव ने ट्विट कर साफ किया बोर्ड ने परिणाम संबंधित कोई तिथि निर्धारित नहीं की है।
कुछ संस्थाओं ने बारहवीं का परिणाम 11 जुलाई और दसवीं का परिणाम 13 जुलाई को जारी होने का दावा किया। यह खबर वायरल भी हो गई। इसके बाद सीबीएसई सचिव अनुराग त्रिपाठी ने ट्विटर पर संदेश जारी किया। उन्होंने बताया कि बोर्ड ने दसवीं और बारहवीं के परिणाम की कोई तिथि जारी नहीं की है। बोर्ड की अधिकृत वेबसाइट पर जारी होने वाली तिथियां ही परिणाम के लिए अधिकृत मान्य होंगी। इसके लिए विद्यार्थियों और परिजनों को इंतजार करना चाहिए।