डेयरी के संचालक मंडल की बैठक में यह निर्णय किया गया। डेयरी के नवनिर्माणाधीन प्लांट के सम्बन्ध में संघ ने अपने स्तर पर एक माह में 35 करोड़ रुपए का भुगतान करने का अनुमोदन किया है। डेयरी का नव निर्माणाधीन प्लांट अगले साल मार्च तक तैयार हो जाएगा। इस पर ३४० करोड़ रुपए खर्च होंगे। किसानों को १ नवम्बर से ७०५ रुपए फैट के मिलेंगे।
मिल्कोस्कीम के मशीन होगी उपलब्ध चौधरी ने बताया कि जिले की 22 शेष बीएमसी को भी मिल्कोस्कीम के तहत मशीन उपलब्ध कराई जाएगी। पशुओं के हरे चारे के लिए भारत सरकार राज्य सरकार द्वारा रिजके का बीज 40 प्रतिशत अनुदान पर 20 हजार किलो बीज वितरण किया जाएगा। यदि और आवश्यकता हुई तो शेष वितरण किए जाने वाले बीज पर अजमेर डेयरी द्वारा 40 प्रतिशत अनुदान वहन करेगी।
चौधरी ने बताया कि नस्ल सुधार कार्यक्रम के लिए पाड़ा क्रय करने के लिए संघ संघ द्वारा 40 हजार रुपए अधिकतम अनुदान दिया जाएगा। शेष राशि पाडे को रखने वाले कस्टोडियन द्वारा भुगतान करनी होगी। इस मौके पर प्रबन्ध संचालक गुलाब भाटिया भी उपस्थित रहे।
गाय का दूध 1 अप्रेल से डेयरी सदर चौधरी ने बताया कि नव निर्माणाधीन प्लांट चालू होने के बाद पुराने प्लांट में गाय का दूध प्रोसेस किया जाएगा। लोगों को ४५ रुपए की दर से गाय का दूध उपलब्ध कराया जाएगा। अजमेर डेयरी राजस्थान में ही नहीं अन्य प्रदेशों में भी पहचान बना रही है।
फिलहाल अजमेर डेयरी दुग्ध उत्पादन में वृद्धि, दूधियों का जीवन स्तर सुधार कर पशुपालन को बढ़ावा देने, अधिक से अधिक परिवारों को डेयरी से जोडऩे सहित डेयरी में संसाधन बढ़ाकर इसे आधुनिक बनाना है। इस दिशा में डेयरी को सफलता भी मिली है।