यह है कमियां -सजावटी लाइटें कुछ जलती है तो कुछ बंद पड़ी हैं।
– सफाई के अभाव में यह गंदी हो गई ह, कचरा व मकड़ी के जाले लगे हुए हैं। – बिजली की केबलें बाहर ही लटक रही हैं।
– लेकफ्रंट पर सफाई का अभाव है।
– सफाई के अभाव में यह गंदी हो गई ह, कचरा व मकड़ी के जाले लगे हुए हैं। – बिजली की केबलें बाहर ही लटक रही हैं।
– लेकफ्रंट पर सफाई का अभाव है।
– गजीबो के कंगूरों पक्षियों की बीट से बदरंग हैं।
– लेक फ्रंट मेंं लगाया गया फाउंटेन बंद पड़ है। – यह कचरे गंदगी से अटा पड़ा है।
– हरियाली भी विकसित नहीं हो सकी, घासफूस सूख रहे हैं।
– लेक फ्रंट मेंं लगाया गया फाउंटेन बंद पड़ है। – यह कचरे गंदगी से अटा पड़ा है।
– हरियाली भी विकसित नहीं हो सकी, घासफूस सूख रहे हैं।
– लेक फ्रंट के बाहर फुटपाथ पर चल रेस्टोरेंट संचालकों ने कब्जा जमा लिया है।
– भट्टियों की कालिख से टाइल्स व पत्थर बदरंग हो रहे हैं। – कुर्सियां व मुड्ढे डालकर कब्जा किया गया है।
फैक्ट फाइल
– भट्टियों की कालिख से टाइल्स व पत्थर बदरंग हो रहे हैं। – कुर्सियां व मुड्ढे डालकर कब्जा किया गया है।
फैक्ट फाइल
-28 नवम्बर 2020 को शुरु
-27 अगस्त 2021 को पूरा होने की तिथि निर्धारित -लेक फ्रंट निर्माण पर करोड़ खर्च 5.29 करोड़
– कुल लम्बाई 500 मीटर इनका कहना है लेक फ्रंट पर फाउंटेन तो लगाया गया है लेकिन यह बंद पड़ा रहता है। इससे इसकी उपयोगिता समझ से परे है। लाइटें पर गंदी है। यहां साफ सफाई पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है।
-27 अगस्त 2021 को पूरा होने की तिथि निर्धारित -लेक फ्रंट निर्माण पर करोड़ खर्च 5.29 करोड़
– कुल लम्बाई 500 मीटर इनका कहना है लेक फ्रंट पर फाउंटेन तो लगाया गया है लेकिन यह बंद पड़ा रहता है। इससे इसकी उपयोगिता समझ से परे है। लाइटें पर गंदी है। यहां साफ सफाई पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है।
कोमल वर्मा, क्षेत्रवासी। फ्लोटिंग ब्रिज में दरार पड़ गई है। इस पर से गुजरने में डर लगता है। लेक फ्रंट परिसर में ही गुटके-बीड़ी के रैपर, ब्रेड की थैलिया फैली रहती हैं। यहां सफाई पर ध्यान दिया जाए।
अंशिका, क्षेत्रवासी।