अंजुमन सदर मोइन हुसैन ने कहा कि नकवी की यह पहल स्वागत योग्य है। अदालत का फैसला जो भी उसका सम्मान करें और किसी भी तरीके से कानून हाथ में नहीं लें। उन्होंने बताया कि ख्वाजा साहब की महाना छठी पर सोमवार को अजमेर दरगाह से यही संदेश जारी किया गया है। इस संदेश को पूरे मुल्क में फैलाने की जरूरत है। दरगाह दीवान जैनुअल आबेदीन के पुत्र नसरूद्दीन चिश्ती ने कहा कि सभी धर्मों के लोगों को कोर्ट के फैसले का सम्मान करना चाहिए। हम सभी दरगाहों में यह निर्देश जारी करेंगे कि वहां आने वाले लोगों से अपील की जाए कि किसी तरह की अफवाहों और झूठी खबरों पर ध्यान नहीं देकर शांति बनाए रखें।
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अजमेर दरगाह से दिया संदेश अजमेर. अयोध्या मामले में फैसला आने से पहले विश्व प्रसिद्ध सूफी संत ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह के खादिमों की ओर से सोमवार को महाना छठी के मौके संदेश दिया गया है कि अदालत का निर्णय जो भी हो शांति बनाए रखें।
गरीब नवाज की महाना छठी पर सोमवार को दरगाह में देश-विदेश से हजारों जायरीन ने दुआ में शिरकत की। इस दौरान खादिमों की संस्था अंजुमन के सदर सैयद मोइन हुसैन चिश्ती ने माइक पर संबोधित किया। उन्होंने कहा कि हमें अदालत पर पूरा भरोसा है। हालात जो भी हो, फैसला चाहे हमारे पक्ष में आए या हमारे खिलाफ जाए, दोनों ही सूरत में हमें कानून को हाथ में नहीं लेना है।
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अजमेर दरगाह में फैंस से बोले ‘सिंघम’, बच्चा साथ में है, कुछ तो रहम करो उन्होंने कहा कि कुछ लोग हमारे मुल्क का सुकून खत्म करने पर आमादा हो सकते हैं। इसलिए आप अपने-अपने इलाके में सब्र से काम लें, किसी तरह की अफवाह या बयानबाजी पर ध्यान नहीं दें। कुछ मु_ीभर लोग अगर किसी तरह की बकवास करते हैं तो उसे तवज्जो नहीं दें। चिश्ती ने कहा कि यह मुल्क हम सबका है। अदालत का फैसला जो भी होगा हमारे मुल्क के हित में होगा। एेसे में भाइचारा कायम रखें। उन्होंने कहा कि यह संदेश पूरे मुल्क में फैलाएं और अमन कायम करने के लिए जो भी कर सकते हैं, वह करें।