दिनभर मंगाते भीख, शाम को पीटते बालक ने समिति को बताया कि दोनों व्यक्ति उससे दिनभर भीख मंगाते थे। शाम को दोनों उससे सारे पैसे छीन लेते थे। खाना मांगने पर कई बार मारपीट भी करते थे। सर्दी में गर्म कपड़े भी नहीं देते थे। ब’चों से पैसा लेने के बाद सारे पैसों की शराब पी जाते और ब’चे को फिर से भीख मांगने भेज देते।
दो गिरफ्तार बाल कल्याण समिति की पहल पर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए नैरोगेज लाइन जिरौली फाटक के पास पुलिया के नीचे से राजा और कचड़ा नाम के दो लोगों को गिरफ्तार किया है। इनसे ब’चों और मानव तस्करी के बारे में पूछताछ की जा रही है।
मानव तस्करी के जाल में धौलपुर! मानव तस्करी का दंश धौलपुर को भी झेलना पड़ रहा है। यहां कई ब’चे सड़क पर भीख मांगते दिखते हैं। इनमें से अधिकतर नाबालिग होते हैं। इन ब’चों के आसपास कोई बड़ा भी नहीं दिखता है। ऐसे में संदेह है कि ये ब’चे मानव तस्करी कर यहां लाए गए हैं और इनसे भीख मंगवाई जा रही है। ब’चों को देख लोगों के मन में दयाभाव आता है और इन्हें भीख मिल जाती है। ब’चों को बहलाना-फुसलाना भी आसान होता है। ऐसे में मानव तस्कर ब’चों पर नजर रखते हैं और मौका मिलते ही इनकी तस्करी कर देते हैं। धौलपुर में गुलाब बाग, जगदीश तिराहा सहित बाजार में बड़ी संख्या में ब’चे भीख मांगते देखे जा सकते हैं।
धकेलते अपराध की राह पर मानव तस्कर थोड़ा बड़ा होने पर ब’चों को अपराध की राह पर धकेल देते हैं। जिले में अक्सर चोरी, बैंकों में लोगों के पैसे चुराना जैसी घटनाओं में ब’चों की संलिप्तता सामने आती है। वहीं, मानव तस्करी कर लाई ब’िचयों को अक्सर देह व्यापार में धकेल दिया जाता है।
हर आठ मिनट में एक ब’चे का अपहरण नेशनल क्राइम रेकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) की रिपोर्ट के मुताबिक देश में हर आठ मिनट में एक ब’चे का अपहरण होता है। इन ब’चों से बंधुआ मजदूरी, भीख मंगाना, अंग निकालना और देह व्यापार जैसे कार्य कराए जाते हैं। रिपोर्ट के मुताबिक तस्करी की गई 95 फीसदी ब’िचयों को देह व्यापार के दलदल में उतारा जाता है।
हैं कड़े प्रावधान मानव तस्करी को रोकने के लिए सरकार की ओर से कड़े कदम उठाए गए हैं और सख्त कानून भी लागू किए गए हैं। वर्ष 2018 में मानव तस्करी (निवारण, संरक्षण और पुनर्वास) विधेयक बनाया गया। इसके तहत जिला स्तर पर एंटी ट्रैफिकिंग यूनिट बनाए जाने का प्रावधान रखा गया है। ऐसे मामलों में तुरंत एफआईआर दर्ज करने और 90 दिन में तफ्तीश पूरी करनी होती है। ऐसे मामलों में अपराधी को बिना वारंट के गिरफ्तार किया जा सकता है। उसकी संपत्ति की कुर्की-जब्ती का प्रावधान भी रखा गया है।
कोविड के दौरान बढ़ा खतरा दुनियाभर में मानव तस्करी के पीडि़तों में एक तिहाई ब’चे हैं। संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेज भी सदस्य देशों से मानव तस्करी के विरुद्ध कार्रवाई करने का आह्वान कर चुके हैं। संयुक्त राष्ट्र के अनुसार कोविड के कारण करोड़ों लोग चरम गरीबी में धकेले जा चुके हैं। ऐसे में निर्बलों के लिए मानव तस्करी का शिकार होने की आशंका बढ़ी है।
इनका कहना है बाल कल्याण समिति की पहल पर मानव तस्करी में शामिल दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है। ब’चे को मुरैना बाल कल्याण समिति के पास भिजवाया जा रहा है। जहां से उसे उसके परिवार के पास पहुंचाया जाएगा।
– ब्रजेश मुखरैया, सदस्य, बाल कल्याण समिति, धौलपुर