साधा जाट समुदाय को
मोदी 2.0 सरकार में कैलाश चौधरी राज्यमंत्री थे। इस बार बाडमेर से कांग्रेस के उम्मेदाराम ने उन्हें पराजित किया। मोदी 3.0 सरकार में भागीरथ चौधरी को प्रतिनिधित्व देकर जाट समुदाय को साधा गया है। मालूम हो कि इस बार लोकसभा चुनाव में भाजपा को जाट बाहुल्य शेखावटी, नागौर, भरतपुर, बाडमेर क्षेत्र से खासा नुकसान हुआ है।
दो बार रहे विधायक
चौधरी साल 2003 में पहली बार किशनगढ़ से विधायक बने। 2008 में उन्हें हार का सामना करना पड़ा। साल 2013 में वो फिर से विधायक चुने गए। उन्होंने 2015-16 और 2016 से 2017 तक पर्यावरण समिति अध्यक्ष की जिम्मेदारी भी संभाली। साल 2019 में अजमेर से लोकसभा चुनाव में उन्होंने कांग्रेस के रिजू झुनझुनवाला को पराजित किया।पिछले साल विधानसभा चुनाव में उन्हें कांग्रेस के विकास चौधरी से हार का सामना करना पड़ा।
सचिन, सांवरलाल अब भागीरथ
केंद्र सरकार में अजमेर को तीसरी बार प्रतिनिधित्व मिला है। पूर्व में 2009 से 2014 तक सचिन पायलट संचार मंत्री रहे। वर्ष 2014 से 2017 तक प्रो. सांवरलाल जाट गंगा पुनरुद्धार मंत्री रहे। अब भागीरथ चौधरी को प्रतिनिधित्व मिला है।
केंद्र और राज्य में बढ़ा अजमेर जिले का कद
केंद्र और राज्य सरकार में अजमेर जिले का कद बढ़ गया है। सियासी तौर पर लोकसभा और विधानसभा में प्रतिनिधित्व से जनप्रतिनिधियों की जिम्मेदारी भी बढ़ गई है। वर्ष 1956 में राजस्थान में शामिल अजमेर जिला शुरूआत से केंद्र और राज्य सरकार के लिए अहम रहा है। मौजूदा वक्त अजमेर से पांचवीं बार विधायक बने वासुदेव देवनानी विधानसभा अध्यक्ष हैं। पुष्कर से विधायक सुरेश सिंह रावत को भजनलाल शर्मा सरकार में जल संसाधन मंत्री बनाया गया है। अब अजमेर के सांसद भागीरथ चौधरी को मोदी 3.0 सरकार में राज्य मंत्री बनाया गया है।
प्रधानमंत्री के भरोसे पर खरा उतरूंगा- चौधरी
केन्द्र की मोदी 3.0 सरकार में राज्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद अजमेर सांसद भागीरथ चौधरी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उन पर जो भरोसा जताया है उस पर वे खरा उतरने का प्रयास करेंगे। राज्यमंत्री के रूप में मोदी के सपने को साकार करने का काम करेंगे। वे खुद किसान वर्ग से हैं। किसानों, गरीबों के कल्याण के लिए निरंतर काम करेंगे। सरकार में जो भी विभाग मिलेगा उसमें पूरी ईमानदारी व कर्त्तव्यनिष्ठा से काम करेंगे। उन्होंने कहा कि राजस्थान में ईआरसीपी योजना लागू करवाने के साथ बांधों में भी पानी पहुंचाने का प्रयास करेंगे, ताकि सिंचाई के लिए पानी मिल सके। अजमेर जिले सहित राजस्थान में पेयजल समस्या से निजात दिलाना प्राथमिकता रहेगी।