पुलिस जांच का दायरा वरुण चौधरी, आकाश सोनी और उसके साथियों पर टिका है। घटनाक्रम को 12 दिन बीत चुके हैं। लेकिन चौधरी और सोनी पुलिस की गिरफ्त से दूर है। पुलिस एसपी कुंवर राष्ट्रदीप, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सुरेंद्र कुमार भाटी, सीओ नॉर्थ डॉ. प्रियंका रघुवंशी सहित स्पेशल टीम छानबीन में जुटी है।
कलक्ट्रेट स्थित अभय कमांड सेंटर से शहर के कई इलाके अभी अछूते हैं। खासतौर पर पुष्कर रोड, कायड़-लोहागल और कई बाहरी इलाकों में सीसीटीवी नहीं हैं। हाल में प्रभारी सचिव भवानी सिंह देथा ने पुख्ता सुरक्षा इंतजाम और जिला कलक्टर प्रकाश राजपुरोहित ने प्रशासनिक बैठक में बचे हुए सीसीटीवी लगाने पर जोर दिया था। यह कैमरे वक्त रहते लग जाते तो विक्रम शर्मा हत्याकांड के आरोपियों की आवाजाही आसानी से ट्रेस हो सकती थी।
क्रिश्चयनगंज थाना इलाका प्रॉपर्टी-भू कारोबार के लिहाज से बेशकीमती बन चुका है। पिछले 15-20 साल में माकड़वाली, पंचशील, लोहागल रोड, हरिभाऊ उपाध्याय नगर, महाराणा प्रताप नगर, वैशाली नगर, चौरसियावास और आसपास के क्षेत्रों में कई अवैध निर्माण, भूखंडों पर कब्जे हुए हैं। भू-माफिया की गतिविधियां इन इलाकों में बढ़ रही हैं।