जिन कॉलेज में परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं, इनमें ज्यादातर कॉलेज वे हैं, जिनकी निलंबित कुलपति और उसका दलाल डील कर रहे थे। इन कॉलेज को परीक्षा केंद्र बनाए जाने को लेकर विधायक अनिता भदेल ने विधानसभा में सवाल भी लगाया है। कुलसचिव भागीरथ सोनी ने बताया कि वे परीक्षा विभाग में पत्रावली भेज चुके हैं। कुलपति ओम थानवी की अनुमति के बगैर इन केंद्रों में फॉर्म भरवाने अथवा परीक्षाएं कराने का फैसला नहीं हो सकेगा।
पुराने नियमों को किनारा करते हुए करीब 30 नए केंद्र बनाए गए। इनमें ज्यादातर कॉलेज नागौर जिले के हैं। महज एक सत्र की परीक्षाएं कराने वाले कॉलेजों को परीक्षा केंद्र बनाया गया। इनमें एक कॉलेज ऐसा है जहां महज छह विद्यार्थी हैं। जबकि अन्य कॉलेज में 150-200 विद्यार्थी बताए गए हैं। इसके अलावा 25 पुराने कॉलेज भी शामिल हैं, जिनके आवेदन ड्यू थे। एकेडेमिक कौंसिल और प्रबंध मंडल बैठक में परीक्षा केंद्र गठन नियमों का कई सदस्यों ने विरोध भी किया था।