अजमेर सहित मैसूर, गुवाहाटी, भोपाल, भुवनेश्वर के क्षेत्रीय शिक्षा संस्थानों और डेमोंस्ट्रेशन स्कूल में स्टाफ की तरह कक्षाओं में विद्यार्थियों की हाजिरी बायोमेट्रिक मशीन से होगी। प्राचार्य प्रो. जी. विश्वनाथप्पा ने बताया कि क्षेत्रीय शिक्षा संस्थान और डेमोंस्ट्रेशन स्कूल में ४० स्थानों पर सीसीटीवी कैमरे लगेंगे। यह कैमरे गल्र्स और बॉयज हॉस्टल, संस्थान और स्कूल के गलियारों, कैंटीन, पार्र्किंग और परिसर के प्रमुख स्थानों पर लगेंगे। इसके लिए संस्थान ने कैमरे का ऑर्डर दे दिया है।
सीबीएसई भी दे चुका निर्देश गुरुग्राम के रेयान इंटरनेशनल स्कूल में हुए प्रद्युम्न हत्याकांड के बाद देशभर में बच्चों की सुरक्षा पर बहस छिड़ी हुई है। सुप्रीम कोर्ट से नोटिस मिलने के बाद सीबीएसई ने स्कूलों को निर्देश जारी किए हैं। इसके तहत परिसरों में प्रमुख स्थानों पर सीसीटीवी, पॉस्को और विद्यार्थी, शिक्षक-अभिभावक समिति, सहायक कर्मचारियों, ड्राइवर-क्लीनर का पुलिस वेरीफिकेशन, बच्चों को शारीरिक उत्पीडऩ से प्रतिकार का प्रशिक्षण देने जैसे निर्देश शामिल हैं।
यूनिवर्सिटी और कॉलेज पीछे एमडीएस यूनिवर्सिटी और इससे जुड़े कॉलेज बायोमेट्रिक अटेंडेंस को लेकर पीछे हैं। राज्यपाल कल्याण सिंह पिछले साल ही राज्य के सभी यूनिवर्सिटी और कॉलेज में स्टूडेंट्स की बायोमेट्रिक अटेंडेंस लागू करने के निर्देश दे चुके हैं। इसके बाद न सरकार न यूनिवर्सिटी ने इसको लागू किया है। सभी संस्थानों में पारम्परिक तरीके से रजिस्टर में हाजिरी हो रही है। एमडीएस यूनवर्सिटी के कार्यवाहक कुलपति प्रो. भगीरथ सिंह ने पिछले दिनों आदेश जारी भी किए पर अफसर फाइलों में मामले को उलझाए बैठे हैं।
क्लासेज बंक करना मुश्किल बायोमेट्रिक अटेंडेंस लागू होने के बाद स्टूडेंट्स का क्लास बंक करना मुश्किल होगा। खासतौर पर सुप्रीम कोर्ट के निर्देशानुसार ७५ प्रतिशत अटेंडेंस पूरी करनी हो होगी। अभी पारम्परिक रजिस्टर प्रणाली होने से शिक्षक किसी भी तरह स्टूडेंट्स की अटेंडेंस पूरी कर देते हैं। बायोमेट्रिक अटेंडेंस से विद्यार्थियों को क्लासेज में उपस्थिति देनी जरूरी होगी।