विरोध मुखर होने लगा अब पाथवे बनाने के लिए अतिक्रमण नहीं हटाए गए। यहां आशंका है कि पाथवे बनाने की इतनी जल्दी किस बात की है। इसे लेकर अजमेर सांसद, भाजपा विधायक, नगर निगम महापौर, उप महापौर तथा पार्षदों सहित भाजपा संगठन की ओर से विरोध मुखर होने लगा है। शुक्रवार को एक प्रतिनिधि मंडल ने जिला कलक्टर एवं स्मार्ट सिटी के सीईओ प्रकाश राजपुरोहित से मुलाकात कर विरोध दर्ज कराया। ज्ञापन में आनासागर में मिट्टी भराव व मूल स्वरूप से खिलवाड़ रोकने, स्मार्ट सिटी के प्रोजेक्ट में भ्रष्टाचार रोकने तथा अभियंताओं की मनमानी बंद करवाने की मांग की गई।
बैठक में बुलाने की मांग सांसद भागीरथ चौधरी, विधायक वासुदेव देवनानी, अनीता भदेल, महापौर ब्रजलता हाड़ा, भाजपा शहर अध्यक्ष प्रियशील हाडा, उप महापौर नीरज जैन, पार्षद रमेश सोनी, पूर्व यूआईटी चेयरमैन धर्मेश जैन, पूर्व भाजपा शहर अध्यक्ष अरविंद यादव ने स्मार्ट सिटी के कार्यवाहक अतिरिक्त मुख्य अभियंता अविनाश शर्मा को बैठक में बुलाने की मांग की।
किसी भी प्रोजेक्ट में जनप्रतिनिधियों की राय नहीं जनप्रतिनिधियों ने स्मार्ट सिटी के अभिंयताओं पर उनकी उपेक्षा के आरोप लगाकर कहा कि किसी भी प्रोजेक्ट में जनप्रतिनिधियों की राय नहीं ली जा रही। मनमर्जी से प्रोजेक्ट पूरे किए जा रहे हंै। सांसद भागीरथ चौधरी ने तो चेतावनी दी कि आनासागर के मूल स्वरूप से खिलवाड़ को अजमेर की जनता व जनप्रतिनिधि बर्दाश्त नहीं करेगी। सडक़ से लेकर संसद तक इसका विरोध होगा। सभी प्रोजेक्टों की जांच करवाई जाएगी।
झील संरक्षण के विपरीत हो रहा काम विधायक वासुदेव देवनानी ने पाथ-वे निर्माण को झील के संरक्षण एवं संवद्र्धन के विपरीत बताकर उच्चतम न्यायालय द्वारा निर्णीत अब्दुल रहमान बनाम सरकार के निर्णय के भी खिलाफ बताया। उन्होंने कहा कि इसकी भराव क्षमता को कम करने से शहर में जल भराव की समस्या हो जाएगी। पाथ-वे निर्माण में एफटीएल के मानकों एवं वेटलैंड की स्थिति का भी उल्लंघन किया जा रहा है।
आना सागर से वेटलैंड खत्म ! विधायक अनीता भदेल ने केन्द्र सरकार के अरबों रूपए को स्मार्ट सिटी के नाम पर बर्बाद किया जाना बताया। अमृत योजना के करोड़ों रुपए से सीवर लाइन डालने के बजाय स्मार्ट सिटी के करोड़ों रुपए खर्च किए जा रहे हैं। आना सागर से वेटलैंड खत्म किया जा रहा है। एस्केप चैनल की मरम्मत के नाम पर गड़बड़ी की जा रही है। उन्होंने स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट में चल रहे कार्य में विभिन्न स्थानों पर घटिया निर्माण सामग्री के उपयोग का भी आरोप लगाते हुए संज्ञान लेकर कार्रवाई करने की मांग की।
झील की डी-सिल्टिंग कराने की जरूरत नगर निगम उपमहापौर नीरज जैन ने बताया कि आनासागर झील में एफटीएल के मार्क एवं डूब क्षेत्र को ध्यान में नहीं रखकर सेवन वंडर्स का निर्माण किया जा रहा है, जबकि झील के पेटे में किसी भी प्रकार का निर्माण किया जाना नियम विरुद्ध है। जैन ने झील की डी-सिल्टिंग कराने की जरूरत बताई। उन्होंने स्मार्ट सिटी के तहत किए जा रहे निर्माण कार्यों की राज्य से बाहर की एजेंसी से थर्ड पार्टी से जांच कराने की मांग की।
एडीए को सौंप रहे नगर निगम की सम्पत्ति नगर निगम महापौर ब्रजलता हाडा ने बताया कि नया बाजार स्थित पशु चिकित्सालय के काम में पशुपालन विभाग से एओयू होने के बावजूद विकास कार्य में विघ्न डाला जा रहा है। नगर निगम बिल्डिंग के नवनिर्माण की स्वीकृति व कार्य करने में भी स्मार्ट सिटी से प्रस्ताव को लटकाया जा रहा है। नगर निगम के स्वामित्व वाले मोइनिया इस्लामिया स्कूल एडीए को सौंपने का निर्णय उचित नहीं है। महापौर ने कहा कि फायसागर उद्यान भी नगर निगम अजमेर की सम्पत्ति है। एडीए द्वारा बिना नगर निगम की सहमति से कार्य किया जा रहा है जो उचित नहीं है।
भाजपा शहर अध्यक्ष डॉ. प्रियशील हाड़ा ने बताया कि प्रशासन द्वारा मनमर्जी से पूर्व स्वीकृत कार्यों को निरस्त कर कई ऐसे कार्य स्वीकृत कर दिए गए जो स्मार्ट सिटी मिशन के मूल उद्देश्यों के अनुरूप नहीं है।