कश्मीर अनन्त नाग निवासी यासिर अहमद बट ने बताया कि वह पांच साल से अजमेर में गर्म कपड़े व कम्बल की दुकान लगा रहा है। मंगलवार को ट्रांसपोर्ट से उसका माल आया। पिकअप में लाते कम्बल की गांठें व अन्य माल गांधी भवन चौराहा पर एलीवेटेड सड़क निर्माण में वैल्डिंग की चिंगारी गिरने से धधक उठे। इससे बड़ी संख्या में बोरे में बंधे कम्बल में छेद हो गए। हालांकि समय रहते आग का पता चलने से राहगीर की मदद से आग पर काबू पा लिया।
फिर कौन जिम्मेदार. . . बट ने बताया कि उसने मामले में एलीवेटेड सड़क का निर्माण कर रहे अधिकारियों से हर्जाना देने की बात कही लेकिन वहां काम कर रहे अधिकारियों ने इनकार कर दिया। जबकि निर्माण कार्य कर रही फर्म के कारिंदों की लापरवाही से उसका नुकसान हुआ है। बट ने बताया कि बोरे में जले भारी गर्म कम्बल की कीमत करीब तीन लाख रुपए है।