अब 2.24 करोड़ अधिक होंगे खर्च प्राधिकरण ने इन आवासों के निर्माण ठेका 12 मार्च 2012 को 6 करोड़ 26 लाख 29 हजार 654 रुपए में दिया था। आवासों का निर्माण 11 मार्च 2013 तक पूरा करना था, लेकिन अब तक 4 करोड़ 94 लाख 56 हजार 304 रुपए का काम हुआ है। परियोजना की अवधि 31 मार्च 2017 को समाप्त हो गई लेकिन आवास निर्माण कार्य पूरा नहीं हो सका। अब इन आवासों की मरम्मत के लिए प्रति आवास 1-1 लाख रूपए का तकमीना बनाया गया है। इस तरह प्राधिकरण को इन आवासों को पूरा करने के लिए 2 करोड़ 24 लाख रूपए अतिरिक्त खर्च करने पड़ेंगे।
एक साल पहले दिया अंतिम नोटिस काम में ढिलाई को गंभीरता से लेते हुए प्राधिकरण आयुक्त ने ठेकेदार के खिलाफ कार्यवाही की निर्देश दिए। इस पर हरकत में आए प्राधिकरण अभियंताओं ने ठेकेदार फर्म को पिछले साल ही अंतिम नोटिस जारी कर तीन दिन में काम शुरु करने के निर्देश दिए थे। लेकिन एक साल बाद भी ठेकेदार ने काम शुरु नहीं किया।
समाजकंटकों का डेरा भगवानगंज बीएसयूपी क्वाटर्स से खिड़की-दरवाजे, बिजली की फिटिंग,पानी के टैंक टोंटियों तक चोरी हो गई। इन अवासों में समाजकंटक जमावाड़ा लगाए रहते हैं। यहां नशाखोरी लेकर अन्य अनौतिक गतिविधियां संचालित हैं। कब्जा जमाए खानाबदोश परिवार यहां चोरी की बिजली का इस्तेमाल कर रहे हैं। पत्रिका टीम जब मौके पर पहुंची तो अतिक्रमियों ने बिजली के तार हटा दिए।
नहीं मिल रहे लाभार्थी बीएसयूपी के 224 आवासों में से 102 आवासों के लिए लाभार्थियों का चयन भी कर लिया गया, लेकिन लाभार्थियों ने आवास आवंटन के लिए सहमति नहीं दी तो लॉटरी को रद्द कर दिया गया। प्राधिकरण ने पुन: सर्वे कर आवंटन की कोशिश की लेकिन सड़क किनारे बसे हुए विभिन्न परिवारों में से कोई भी लाभार्थी नहीं मिला।
इनका कहना है
बीएसयूपी क्वाटर्स का निरीक्षण किया गया है। इनका निर्माण अब एडीए रिस्क एंड कॉस्ट पर करेगा। इसकी तैयारी की जा रही है। अक्षय गोदारा आयुक्त, अजमेर विकास प्राधिकरण