यूपी और राजस्थान बना पसंद बाड़ेबंदी को लेकर कांग्रेस को जहां राजस्थान ही पसंद है वहीं, भाजपा ने उत्तर प्रदेश पर भरोसा जताया है। सूत्रों के अनुसार भाजपा ने अपने प्रत्याशियों सहित कुछ निर्दलियों को आगरा में रखा है। वहीं, कांग्रेस के प्रत्याशी व निर्दलीय राजस्थान के भ्रमण पर हैं।
हार-जीत का फीडबैक ले रहे पार्टी नेता सूत्रों की मानें तो जिले में हुए पंचायत चुनाव में सत्तारूढ़ कांग्रेस के तीनों विधायक कांग्रेस प्रत्याशियों का पोलिंग एजेंटों और कार्यकर्ताओं से मतदान के आधार पर हार-जीत का फीडबैक ले रहे हैं। तीनों अपने-अपने समीकरणों के हिसाब से बोर्ड बनाने की गणित बैठा रहे हैं। वहीं, भाजपा की एकमात्र विधायक व पार्टी पदाधिकारी भी अपने हिसाब से फीडबैक ले रहे हैं।
बागियों व निर्दलियों पर नजर जिले की राजनीति के जानकारों के मुताबिक कांग्रेस और भाजपा दोनों ही दलों की बागियों और निर्दलियों पर नजर है। दोनों दल जीत की स्थिति में आए अपने बागियों को साधने में लगे हैं। वहीं, जीत के संभावित निर्दलीय प्रत्याशियों को भी अपने-अपने पाले में करने की जुगत शुरू हो गई है।
दे रहे प्रशिक्षण सूत्रों के अनुसार बाड़ाबंदी के दौरान सभी विधायकों और कांग्रेस-भाजपा नेताओं की ओर से प्रत्याशियों को प्रधान और जिला प्रमुख के चुनाव में वोट देने का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। गौरतलब है कि जिले की धौलपुर, राजाखेड़ा, सैंपऊ, बाड़ी, बसेड़ी तथा सरमथुरा में पंचायत और जिला परिषद के चुनाव तीन चरणों में हुए हैं। पहले चरण के लिए मतदान 20 अक्टूबर को, दूसरे चरण के लिए मतदान 23 अक्टूबर को और तीसरे चरण का मतदान 26 अक्टूबर को संपन्न हुआ है। तीन चरणों में जिला परिषद के 23 में से 22 वार्डों में मतदान हुआ है। एक सदस्य निर्विरोध चुना गया है।