परीक्षा नियंत्रक डॉ. संयम भारद्वाज ने बताया कि अजमेर, नई दिल्ली, भुवनेश्वर, पटना, गुवाहाटी, चेन्नई, तिरुवनंतपुरम, पंचकुला, देहरादून बेंगलूरू, चंडीगढ़, भोपाल, नोएडा, पुणे एवं दिल्ली वेस्ट रीजन के विद्यार्थियों की प्रायोगिक परीक्षाएं 1 मार्च से 11 जून के बीच कराई जाएंगी। संबंधित स्कूल को प्रायोगिक परीक्षा समाप्त होते ही उसी दिन ही निर्धारित प्रपत्र में अंक अपलोड करने होंगे। परीक्षा के लिए बोर्ड पर्यवेक्षकों के अलावा बाह्य परीक्षकों की तैनाती करेगा। परीक्षा में गड़बड़ी अथवा अन्य शिकायत मिलने पर स्कूल के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
करना होगा ये काम
-प्रायोगिक परीक्षा के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग
-एप में डालनी होगी विद्यार्थियों के ग्रुप की फोटो
-आंतरिक ग्रेड-अंक भेजने होंगे 1 मार्च से 11 जून तक
-प्रयोगशाला को कराना होगा सोडियम हाइपरक्लोराइट से सेनेटाइज
-विद्यार्थियों को मास्क, सेनेटाइजर अनिवार्यता की देनी होगी सूचना
-पारदर्शी बोतल में सेनेटाइजर, गल्व्ज और मास्क की व्यवस्था
अनुभागों की कार्यप्रणाली को सुदृढ़ बनाने की कवायद रक्तिम तिवारी/अजमेर. आरएएस एवं अधीनस्थ सेवा से लेकर, सब इंस्पेक्टर, स्कूल व्याख्याता सहित कई भर्ती परीक्षाएं राजस्थान लोक सेवा आयोग के लिए सिरदर्द साबित हुई हैं। कभी उत्तर कुंजी तो कभी वर्गीकरण सहित अन्य तकनीकी बिंदू आयोग की परेशानियां बढ़ा रहे हैं। इसको देखते हुए आयोग अपने अनुभागों की मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) तैयार करेगा। इसमें भर्तियों-परीक्षाओं का तय नियम-कायदों से आयोजन, आंतरिक पत्रावलियों के निस्तारण, कोर्ट केस के जवाब लेखन और अन्य प्रावधान शामिल होंगे।
आयोग आरएएस एवं अधीनस्थ सेवा भर्ती परीक्षा सहित कॉलेज लेक्चरर, स्कूल व्याख्याता भर्ती परीक्षा, कृषि, कारागार, कनिष्ठ लेखाकार और अन्य भर्ती परीक्षाएं कराता रहा है। कार्मिक विभाग, संबंधित विभाग और सरकार से अभ्यर्थना, पदों का वर्गीकरण मिलने के बाद आयोग भर्ती परीक्षाओं का आयोजन करता है। गुजरे दस वर्षों में आरएएस एवं अधीनस्थ सेवा भर्ती, सब इंस्पेक्टर, व्याख्याता, कनिष्ठ लिपिक सहित कई परीक्षाएं आयोग के लिए सिरदर्द साबित हुई।