सीबीएसई ने दसवीं और बारहवीं की परीक्षाओं के पेपर संबंधित शहरों में पहुंचा दिए हैं। परीक्षा के दौरान जांच के लिए विशेष टीम बनाई गई हैं। इनके अलावा पर्यवेक्षक भी नियुक्ति किए गए हैं।
टोल फ्री नंबर पर परामर्श सेवा विद्यार्थी मोबाइल, लैडलाइन अथवा टोल फ्री नम्बर पर विशेषज्ञों से सलाह ले सकेंगे। इनमें किसी विषय में कठिनाई, मानसिक, शारीरिक या व्यक्तिगत समस्या, पाठ्यक्रम और कॅरियर से जुड़े सवालों के जवाब दिए जाएंगे। सीबीएसई ने कई स्कूल के प्राचार्यों, शिक्षकों, विशेषज्ञों और मनोविज्ञानियों को इससे जोड़ा है।
परिणाम मई में दसवीं और बारहवीं के नतीजे मई में घोषित होंगे। इस बार परीक्षाएं 13 अप्रेल को खत्म हो जाएंगी। लिहाजा बोर्ड को कॉपियों के मूल्यांकन के लिए पर्याप्त समय मिलेगा। बोर्ड बारहवीं और दसवीं के नतीजे मई के दूसरे पखवाड़े में जारी कर देगा।
दिखेंगे ग्रेड या नम्बर
दसवीं की परीक्षा करीब सात साल बाद वापस बोर्ड करा रहा है। अब तक बोर्ड नम्बर के बजाय ग्रेडिंग देता रहा है। इस बार ग्रेड के साथ-साथ नम्बर भी दिख सकते हैं। हालांकि बोर्ड ने इस पॉलिसी को लेकर खुलासा नहीं किया है। मालूम हो कि बच्चों के तनाव को कम करने के लिए नम्बरों की जगह ग्रेडिंग देने की शुरुआत की गई है। देशभर में कई मिशनरी और अन्य स्कूल ने इसका विरोध भी किया है।
33 प्रतिशत नंबर जरूरी
दसवीं कक्षा में पास होने के लिए स्टूडेंट्स को प्रत्येक सब्जेक्ट में 33 प्रतिशत नंबर लाने जरूरी होंगे। इसको लेकर बोर्ड पिछले दिनों आदेश जारी कर चुका है। 80 नम्बर का थ्योरी पेपर होगा। 20 नम्बर आंतरिक मूल्यांकन के होंगे।