अजमेर रीजन में 1 लाख 13 हजार 897 विद्यार्थी पंजीकृत थे। इनमें से 1 लाख 13 हजार 672 ने परीक्षा दी। रीजन में छात्राओं का परिणाम 97.88 (पिछले साल 96.99) रहा है। इस साल 44 हजार 208 छात्राएं पास हुई हैं। छात्रों का परिणाम 96.31 प्रतिशत (पिछले साल 94.24) रहा। इस साल 65 हजार 979 छात्र पास हुए हैं। छात्राओं ने लगातार 16 वें साल छात्रों से बाजी मारी। रीजन में छात्राओं का परिणाम छात्रों से 1.57 प्रतिशत ज्यादा रहा है। पिछले साल से 2.07 प्रतिशत ज्यादा रिजल्ट रहने के बावजूद छात्र पीछे ही रहे हैं।
सीबीएसई ने दसवीं के विद्यार्थियों को भी डिजिटल मार्कशीट की सुविधा भी उपलब्ध कराई है। सभी विद्यार्थियों का डाटा डिजिटल वॉलेट में सुरक्षित रहेगा। विद्यार्थी जब चाहें तब वॉलेट से अपना डाटा चेक कर सकेंगे। 19 मार्च को खत्म हुई थी परीक्षाएंदसवीं की परीक्षाएं 15 फरवरी से शुरू हुई थीं। कोरोना संक्रमण से पूर्व 19 मार्च को दसवीं की परीक्षाएं खत्म हो गई थीं। केवल दिल्ली रीजन में कुछ विषयों की परीक्षाएं बकाया थीं। इन्हें सुप्रीम कोर्ट ने परिजनों की याचिका पर स्थगित कर दिया था। लिहाजा बोर्ड को कॉपियों के मूल्यांकन का पर्याप्त अवसर मिला। पिछले साल बोर्ड ने 6 मई को नतीजा निकाला था। जबकि 2018 में 29 मई और 2017 में 3 जून को परिणाम घोषित किया गया था।
देश में यह रहा परिणाम
देश में पंजीकृत विद्यार्थी-18 लाख 85 हजार 885 (91.46 प्रतिशत)
उत्तीर्ण हुए विद्यार्थी-17 लाख 13 हजार 121
छात्राओं का परिणाम-93.31
छात्रों का परिणाम-90.14
पंजीकृत छात्र-11 लाख 01664
पंजीकृत छात्राएं-78 हजार 8195
ट्रांसजेंडर-16
विदेशी विद्यार्थी-23 हजार 844
पंजीकृत विद्यार्थी-85,132, परीक्षा में बैठे-84,973
उत्तीर्ण छात्र-49, 194 (96.11 प्रतिशत): उत्तीर्ण छात्राएं-32,981 (97.61 प्रतिशत)
कुल उत्तीर्णता-96.71 अजमेर रीजन में गुजरात का परिणाम
पंजीकृत विद्यार्थी-28,765 परीक्षा में बैठे-28,699
उत्तीर्ण छात्र-16,785 (96.89 प्रतिशत): उत्तीर्ण छात्राएं-11,227 (98.70 प्रतिशत)
कुल उत्तीर्णता-97.61