विषयवार मूल्यांकन 100 नंबर का होगा। इसमें आंतरिक मूल्यांकन 20 नंबर के होंगे। शेष 80 नंबर के तहत 10 अंक यूनिट/पीरियोडिक टेस्ट के होंगे। 30 अंक अद्र्धवार्षिक अथवा त्रैमासिक परीक्षा तथा 40 अंक प्री-बोर्ड परीक्षा के होंगे। किसी स्कूल के यूनिट/अद्र्धवार्षिक/प्री बोर्ड अर्थात पांच परीक्षाएं लेने पर विद्यार्थियों को बेस्ट ऑफ थ्री (तीन श्रेष्ठ परीक्षा) के अंक लेकर रिजल्ट बनाना होगा। किसी विद्यार्थी के विषयवार कम अंक आने पर सीबीएसई की योजनानुसार ग्रेस अंक दिए जाएंगे।