चैत्र नवरात्र की शुरूआत बुधवार से हो गई। घरों-मंदिरों में विधि-विधान से घट स्थापना के साथ अम्बे मैया का पूजन किया गया। लोग नौ दिन तक माता की आराधना कर व्रत-उपवास रखेंगे। हालांकि कोरोना वायरस संक्रमण के चलते लोगों को इस बार घरों में रहकर ही पूजा-अर्चना करनी पड़ी।
चैत्र नवरात्र के तहत बुधवार को घरों और मंदिरों में शुभ मुर्हूत में घट स्थापना की जा रही है। प्राचीन चामुंडा मंदिर, मेहन्दीपुर बालाजी, मेहन्दी खोला माता मंदिर, बजरंगढ़ स्थित अम्बे माता मंदिर, नौसर घाटी स्थित नौसर माता मंदिर, दुर्गा मंदिर और काली मंदिर रामगंज, लोहाखान स्थित वैष्णोदेवी मंदिर, जतोई दरबार नगीना बाग और अन्य मंदिरों में अम्बे मैया का पूजन किया गया। इस दौरान अष्टमी और नवमी को कन्याओं का पूजन होगा।
यह भी पढ़ें
कोरोना से मुकाबला करने में अखबार की भी खासी भूमिकाघर पर ही करें अराधना
कोरोना वायरस संक्रमण के चलते समूचे देश में 14 अप्रेल तक लॉकडाउन किया गया है। इसमें अजमेर भी शामिल है। ऐसी स्थिति में लोग प्रमुख मंदिरों में दर्शन नहीं कर सकेंगे। लोगों ने बुधवार को घरों पर रहकर ही अम्बे मैया की अराधना की। आगामी आठ दिन तक पूजा घरों में ही करनी पड़ेगी। मंदिरों में सिर्फ पुरोहित ही माता की नियमित पूजा-अर्चना करेंगे।
यह भी पढ़ें
#CORONAEFFECT: Corona Virus से लड़ने के लिए महिलाएं यूँ कर रही गणगौर पूजा नौ दिन चलेंगे कार्यक्रमनवरात्र के दौरान हनुमान चालीसाल, सुंदरकांड के पाठ, घरों-मंदिरों में हवन-पूजन होंगे। इस बार माता मंदिरों में विशेष श्रंगार होना भी मुश्किल है। शुरू हुआ नव संवत्सर
चैत्र नवरात्र से भारतीय नव संवत्सर की शुरूआत हो गई। लॉक डाउन के चलते तहत शहर में कार्यक्रम नहीं कर पाए। लोगों ने घरों में छत अथवा आंगन से सूर्य की प्रथम किरण को अघ्र्य दिया। शहर के विभिन्न चौराहों पर आमजन का तिलक लगाकर, मिश्री खिलाकर स्वागत करने जैसे कोई कार्यक्रम नहीं हो पाए।