लॉकडाउन के दौरान कहां क्या-क्या गड़बड़ी हो रही है। प्रशासन की ओर से कैसी सुविधाएं मुहैया है। यह सब बताने वाला अखबार ही तो है जो गली-मोहल्ले,चौराहा, मुख्य बाजार,खेत-खलिहान,अस्पताल, सरकारी दफ्तरों सहित अन्य जगह की जानकारी लोगों तक पहुंचाता है।
पत्रिका की पूरी टीम मुस्तैद राजस्थान पत्रिका के रिपोर्टर व वितरक भी किसी वारियर्स से कम नहीं है। इसमें सबसे अधिक भूमिका वितरकों की है जो तडक़े उठकर घर-घर दस्तक देकर अखबार के जरिए लोगों को जागरूक कर रहे हैं। इसके लिए राजस्थान पत्रिका की पूरी टीम मुस्तैद है। पत्रिका के वितरक खुद को कोरोना से सुरक्षित रखते हुए आमजन की सुरक्षा के प्रहरी बने हुए हैं।
अखबार लोगों की दिनचर्या का हिस्सा वितरक अनिल अग्रवाल के अनुसार प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश के नाम संबोधन में अखबार की भूमिका को महत्वपूर्ण बताया है। सरकार ने कोरोना वायरस से बचने के लिए कई उपाय बताए हैं। साथ में यह वायरस किस-किस से फैलता है। इसकी पूरी जानकारी दी है। यदि अखबार से संक्रमण फैलता तो सरकार समाचार पत्रों को बंद करा देती।अखबार छपने से वितरण तक का कार्य अच्छी तरह और सुरक्षा के साथ किया जा रहा है। अखबार तो घर बैठे लोगों की दिनचर्या का एक हिस्सा है।
सुरक्षा के सभी उपाय
सुरक्षा के सभी उपाय
वितरक टीकम सैन ने बताया कि अखबार छपने से लेकर वितरण तक सुरक्षा के सभी उपाय किए जा रहे हैं। इससे जुड़े सभी कर्मचारी मॉस्क लगाकर काम कर रहे हैं तो कार्यालय में कीटनाशक दवा से हाथ-धोने की व्यवस्था है। वितरण केन्द्र पर भी सेनेटाइजर की व्यवस्था है। वितरक की सुरक्षा का ध्यान रखा जा रहा है। सुरक्षा के लिए मास्क भी दिए गए हैं।
आमजन को किया जाता अपडेट वितरक भरत कुमार के अनुसार वह पिछले कई वर्षों से अखबार का वितरण कर रहा है। अखबार से संक्रमण फैलता तो सरकार इसका प्रकाशन रोक देती,लेकिन अखबार तो आमजन का जागरूक करने का कार्य कर रहा है। लॉकडाउन के दौरान भी पल-पल की खबरें देकर आमजन को अपडेट किया जाता है।