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अजमेर

काम नहीं आई होशियारी, आखिर धरा गया चिटफंड कम्पनी का सूत्रधार

निवेशकों का करोड़ों रुपए हड़पने वाली चिटफंड कम्पनी के सूत्रधार को क्लॉक टावर थाना पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।

अजमेरMay 13, 2019 / 12:43 am

manish Singh

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काम नहीं आई होशियारी, आखिर धरा गया चिटफंड कम्पनी का सूत्रधार

लगाया था सैकड़ों लोगों को फटका, पत्नी-बेटे को बना रखा था डायरेक्टर

अजमेर. निवेशकों का करोड़ों रुपए हड़पने वाली चिटफंड कम्पनी के सूत्रधार को क्लॉक टावर थाना पुलिस ने रविवार शाम गिरफ्तार कर लिया। उसने चिटफंड कम्पनी बनाते हुए पत्नी और बेटे को डायरेक्टर बना रखा था जबकि रकम हड़पने का सारा खेल खुद रचता रहा। पुलिस उसे सोमवार को अदालत में पेश करेगी।
थानाप्रभारी सूर्यभान सिंह ने बताया कि बिजयनगर जालिया-द्वितीय हाल अजमेर केसरगंज जीवन साकार निधि निवासी पवन कुमार तगाया पुत्र बाबूलाल रेगर को गिरफ्तार किया गया है। पवन ने जीवन साकार निधि के नाम से चिटफंड कम्पनी खोली। इसमें पत्नी प्रेमलता, बेटे मुरलीधर, रिश्तेदार मंजूदेवी व रामराज को डायरेक्टर का पद दिया। वहीं पिंकी दरोगा को मैनेजिंग डायरेक्ट व राजकुमार भोगावत को मैनेजर बनाया। आरोपी ने मुनाफे का लालच देकर लोगों को अपनी कम्पनी की विभिन्न योजनाओं में राशि निवेशित करवाते हुए बॉन्ड और रसीद जारी की। मामले में गत 10 मई को नगरा वीर चौक गुर्जर धरती निवासी मधु मनोहर पुत्र मनोहर सिंह ने शिकायत दी। इस पर पुलिस ने धोखाधड़ी का मामला दर्ज करते हुए प्रकरण में अनुसंधान किया। अनुसंधान में सामने आया कि पवन ही मुख्य षड्यंत्रकारी है। पुलिस ने उसे धोखाधड़ी व अमानत में ख्यानत के मामले गिरफ्तार कर लिया।
पेशे से शिक्षक

एसएचओ सिंह ने बताया कि पवन भिनाय लामगरा निमेड़ा के राजकीय माध्यमिक विद्यालय में शिक्षक के रूप में कार्यरत है। प्रारंभिक पड़ताल में सामने आया कि निवेशकों के बॉन्ड पर पवन के भी हस्ताक्षर हैं। पुलिस आरोपी से गहनता से पड़ताल में जुटी है।
पहुंचे दर्जन पीडि़त

विगत 10 मई को चिटफंड कम्पनी के खिलाफ क्लॉक टावर थाने में कई लोग पहुंचे। उन्होंने मामले में शिकायत देते हुए उनकी निवेश की गई रकम परिपक्व होने पर भी नहीं लौटाने की शिकायत दी। मामले में पुलिस ने पीडि़तों की रिपोर्ट पर धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर लिया।
लाखों रुपए हड़पे

पीडि़ता ने शिकायत में बताया कि पवन और उसके रिश्तेदार ने निवेशकों के लाखों रुपए हड़पे। शिकायत में श्यामदेव शर्मा के 5 लाख, सुनीता के ढाई लाख, राजेश के 7 लाख 60 हजार, मधु सोनी के एक लाख, हितेश के 27 हजार रुपए समेत कई लोगों का पैसा बकाया है। आरोपी भुगतान करने में आनाकानी कर रहा था लेकिन कुछ समय बाद रकम लौटाने से साफ इन्कार कर दिया।

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