तीर्थनगरी में सफाई व्यवस्था बिगडऩे के आसार
पुष्कर पालिका के अधिकांश सफाई कर्मियों को चुनावी डयूटी लगाने से उपजेगा संकट
तीर्थनगरी में सफाई व्यवस्था बिगडऩे के आसार
पुष्कर. नगरपालिका के अधिकांश सफाई कर्मचारियों की चुनावी डयूटी में लगाने के कारण कस्बे की सफाई व्यवस्था बिगडऩे के आसार बन गए हैं। सहायक निर्वाचन अधिकारी की ओर से 19 अप्रेल को पालिका के अधिशाषी अधिकारी के नाम जारी आदेश में लोकसभा चुनावो के दौरान पॉलीटेक्निक कॉलेज माखूपुरा में ईवीएम की रिसीव व डिस्पेच करने के लिए 28 व 29 अप्रेल को 30 कार्मिकों की डयूटी लगाने के लिए निर्देंश जारी किए गए हैं। इसी प्रकार 21 अप्रेल को दूसरा आदेश जारी किया गया जिसमें ईवीएम तू सीलिंग करने तथा मॉक पोल के कार्य के लिए 22 अप्रेल को पालिका के 25 कार्मिकों को तुरन्त निर्वाचन कार्यालय में लगाने के निर्देश दिए गए थे। इसकी अनुपालना में पालिका के 25 सफाई कर्मचारियों को सोमवार को चुनावी कार्य में लगा दिया गया। इससे पहले करीब तीन कर्मचारी पूर्व में ही चुनावी काम में लगे हुए हैं। ऐसे बिगड़ेगी सफाई व्यवस्था पुष्कर नगर पालिका में वर्तमान में करीब 75 सफाई कर्मचारियों को पूरे पालिका क्षेत्र के बीस वार्डों सहित सरोवर के बावन घाटो की सफाई में लगाया जा रहा है। सहायक निर्वाचन अधिकारी के आदेश के बाद सोमवार को 25 सफाई कर्मचारी चुनावी डयूटी में भेज दिए गए। तीन कर्मचारी पूर्व में ही उपखंड कार्यालय में लगाए गए हैं। इसके बाद सोमवार को 20 वार्डों सहित सरोवर के 52 घाटों की सफाई व्यवस्था का जिम्मा मात्र 52 सफाई कर्मियों के भरोसे है। अर्थात प्रत्येक वार्ड में दो कर्मचारियों ने सफाई की इतिश्री कर डाली। इसी प्रकार से 28 व 29 अपं्रेल को 30 पालिका कर्मियों के चुनाव डयूटी में लगाने के बाद पुष्कर कस्बे की सफाई व्यवस्था का जिम्मा मात्र 47 कर्मचारियों के भरोसे हो जाएगी। वैशाख मास में पुष्कर में श्रद्धालुओं व स्नानार्थियों की आवक बढऩे के साथ ही सफाई कर्मियों की संख्या घट जाएगी तथा सफाई व्यवस्था बिगडऩे के आसार बन जाएंगे।