अजमेर

बांडी नदी रिवरफ्रंट प्रोजेक्ट का सीएम करेंगे शिलान्यास

-रंग लाई ‘राजस्थान पत्रिकाÓ की मुहिम
-बांडी रिवर फ्रंट से शहर में पर्यटन को मिलेगी नई पहचान
-आनासागर से फॉयसागर तक बनेगी चौपाटी-स्मार्ट सिटी के तहत 17 करोड़ की मजंूरी
 

अजमेरDec 18, 2020 / 10:11 pm

bhupendra singh

China will build largest dam on Brahmaputra river, fearing drought in northeast India and Bangladesh

भूपेन्द्र सिंह
अजमेर. राजस्थान पत्रिका के प्रयासों से शहर को जल्द ही नई सौगात मिलने वाली है। प्रशासन ने आनासागर झील से फॉयसागर झील को जोडऩे वाली बांडी नदी Bandi river के कायाकल्प की तैयारी कर ली गई है। इसके लिए बनी ‘बांडी रिवर फ्रंट परियोजनाÓ का riverfront project शिलान्यास शुक्रवार को मुख्यमंत्री CM अशोक गहलोत करेंगे। इस पर करीब 17 करोड़ रुपए खर्च होंगे। बांडी नदी की दुर्दशा को लेकर राजस्थान पत्रिका ने अभियान चलाया था। इसके बाद स्मार्ट सिटी के तहत बांडी नदी रिवर फ्रंट परियोजना तैयार की गई। राज्य सरकार के दो साल पूरे होने पर शनिवार को आयोजित होने वाले कार्यक्रम में मुख्यमंत्री गहलोत परियोजना का ऑनलाइन शिलान्यास foundation stone करेंगे। इस काम की निगरानी का जिम्मा एसडीएम अजमेर को सौंपा गया है।
बनेगी पर्यटन का नया केन्द्र

बांडी नदी को पर्यटन के नए केन्द्र के रूप में विकसित किया जाएगा। दो चरणों में होने वाले काम के तहत बांडी नदी के किनारों पर ग्रीन बैल्ट, पाथ-वे, रेलिंग और चौपाटी का निर्माण होगा। प्रथम चरण में हरिभाऊ उपाध्याय नगर बी ब्लॉक पुष्कर रोड से आर.के.पुरम तक करीब 7 करोड़ के काम के टेंडर जारी किए गए हैं।
पुष्कर रोड व ज्ञान विहार में शुरू हुआ काम

स्मार्ट सिटी के तहत बांडी नदी रिवर फ्रंट का वर्क ऑर्डर जारी कर दिया गया है। पुष्कर रोड से हरिभाऊ नगर-बी ब्लॉक तक चौपाटी विकसित करने का काम शुरू हो गया है। प्रथम चरण में नदी के किनारे 500 मीटर भूमि को समतल किया गया है। वहीं ज्ञान विहार से आर.के. पुरम तक चौपाटी विकसित करने के लिए बबूल व अन्य अतिक्रमण हटाए जा रहे हैं।
तीन मीटर चौड़ा होगा पाथ-वे
बांडी नदी रिवर फ्रंट के किनारे तीन तीन मीटर चौड़ा पाथ वे बनाकर 1200 पौधे लगाकर नदी किनारे हरियाली विकसित की जाएगी। इनकी सरक्षा के लिए सुंदर जाली व आकर्षक गेट व सिटिंग बैंच आदि भी लगाई जाएंगी।
दूसरे-तीसरे चरण में यह कार्य

-दूसरे चरण में रामनगर स्कूल तक 367 मीटर चौपाटी बनेगी। बबूल व झाड़-झंखाड़ हटाए जाएंगे, नदी की टूटी दीवारों की मरम्मत की जाएगी।
-तीसरे चरण में ज्ञान विहार से आर.के.पुरम तक 1100 मीटर लम्बी चौपाटी बनेगी। बांडी नदी की दीवार ऊंची की जाएगी। दो मीटर ऊं ची जाली लगेगी।
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