सर्द हवाओं के कारण सुबह से लोग कंपकंपाते रहे। सूरज ने दर्शन दिए तो कुछ राहत मिली है। लेकिन लोग गर्म कपड़े में ठिठुरते दिख रहे हैं। गलन जमकर परेशान कर रही है। पहाड़ों पर हल्की धुंध छाई हुई है। हवा में ठंडक होने से लोग कई जगह सड़कों के किनारे अलाव जलाकर बैठे हैं। अधिकतम तापमान 22.1 डिग्री रहा।
पारे में जारी उतार-चढ़ाव
पर्वतीय इलाकों में हिमपात और शीतलहर के चलते सर्दी फिर बढ़ गई है। पिछले दिनों पारा 10 से 13 डिग्री के बीच घूम रहा था। रविवार को तापमान पारा नीचे गिरता हुआ 9.3 डिग्री पर पहुंच गया। सोमवार को भी इसमें गिरावट हुई। ठंड के तेवर बने हुए हैं। मौसम विभाग के अनुसार जनवरी के अंत तक पारे में उतार-चढ़ाव बने रहने की उम्मीद है।
ठीक हुई हिंदी कोर्स की गलतियां, ये मिलेगा फायदा अजमेर. राजस्थान लोक सेवा आयोग ने सहायक आचार्य भर्ती-2020 के तहत हिंदी विषय के पाठ्यक्रम से जुड़ी त्रुटियों को दुरुस्त कर दिया है। अभ्यर्थियों की आपत्ति और पत्रिका में प्रकाशित खबर के बाद आयोग ने आवश्यक संशोधन किए हैं।
आयोग ने सहायक आचार्य (कॉलेज शिक्षा) भर्ती-2020 के तहत 31 विषयों के पाठ्यक्रम वेबसाइट पर अपलोड किए हैं। इनमें हिंदी विषय का पाठ्यक्रम भी शामिल है। अभ्यर्थियों सहित पत्रिका ने हिंदी के पाठ्यक्रम में कई विसंगतियां बताई थीं।
इन विसंगतियों को किया ठीक
राजस्थानी लेखक विजयदान देथा की कहानी ‘ उजाले के मुसाहिब Ó पूर्व में यहां उजाले के उल्लू कहानी बताया गया था। पृथ्वीराज रासो (पद्मावती समय)-चंदबरदाई(पूर्व में संपादक का उल्लेख नहीं था)मीरा मुक्तावली के संपादक नरोत्तमदास स्वामी (पूर्व में मीरा पदावली बताया गया था) अशुद्ध नरोत्त्म नाम को ठीक कर नरोत्तम किया गया है।अव्यय संबंध और समुच्चय बोधक का जिक्र किया गया है।