केटङ्क्षरग और विवाह स्थल की बुङ्क्षकग करने वालों के अनुसार जब गाइड लाइन में मेहमानों की संख्या बढ़ी तो अगले दिन से ही शादी वाले परिवारों से फोन आने लगे। पहले जितने खाने का ऑर्डर किया था अब उस ऑर्डर को छूट के अनुसार बढ़ाने की कह रहे हैं। यही स्थिति विवाह स्थल वालों के साथ भी है। जहां पहले किसी ने होटल में बैंक्वेट बुक किया वहीं अब १०० मेहमानों की क्षमता वाले विवाह स्थल को लेकर पूछताछ हो रही है, जिससे ज्यादा मेहमान होने पर किसी तरह की कोई परेशानी नहीं हो।
लोगों ने महीनों पहले शादी समारोह में असीमित मेहमानों की गाइड लाइन के हिसाब से कैटङ्क्षरग व विवाह स्थल बुक किए। जैसे-जैसे कोरोना बढ़ता गया वैसे ही मेहमानों की संख्या 200 की जगह 100 हुई और फिर 50 हो गई। लोगों ने मेहमानों की संख्या कम होने पर अपनी बुङ्क्षकग कैंसिल करा कर केटरर्स व विवाह स्थल संचालक से रिफंड तक ले लिया। लेकिन अब मेहमानों की संख्या 100 हो गई है। अब लोग कह रहे हैं कि नई गाइड लाइन के हिसाब से खाना व विवाह स्थल की व्यवस्था हो। पैसे चाहे जो भी लगें।
लोगों ने गाइड लाइन के हिसाब से पहले 50 मेहमानों की सूची तैयार की और कार्ड भी छपवा कर बांट दिए। लेकिन अब मेहमानों की संख्या में छूट जारी हुई तो लोग अब शादी समारोह की तैयारियों पर पुर्नविचार कर रहे हैं। अब पहले ५० मेहमानों की छूट के साथ निमंत्रण कार्ड बांटे थे वहीं अब मेहमानों की नई सूची तैयार की जा रही है और छूट के हिसाब से वाटसएप मैसेज के जरिए मेहमानों को निमंत्रण भेज रहे हैं।