हर रोज रवाना रेतीले धोरों में कैमल सफारी का लुत्फ उठाते थे। यह नजारे अब नदारद है। पुष्कर में लॉकडाउन का कड़ाई से पालन किया जा रहा है। भारत में जिस गति से कोरोना पांव पसार रहा है। उसको देखते हुए पुष्कर की होटलों व गेस्टहाउस विदेशी पर्यटकों से खाली होने लगी है। हर रोज विभिन्न देशों के पर्यटक समूह पुष्कर से अपने देश के लिए सम्बन्धित दूतावास के जरिए रवाना हो रहे हैं।
रविवार को फ्रांस के 50 पर्यटक रवाना होंगे लॉकडाउन की घोषणा के बाद शनिवार को छठे दिन 31 विदेशी पर्यटक स्वदेश जाने के लिए बस से दिल्ली के लिए रवाना हुए। इनमें सबसे अधिक स्पेन के करीब 15 व शेष अन्य देश के थे। रविवार को फ्रांस के करीब 50 पर्यटक दिल् ली के लिए रवाना होंगे। जो पुष्कर की होटलों में ठहरे हुए हैं। पुष्कर से अब तक कुल 233 पर्यटक स्वदेश जा चुके हैं। सूत्रों के अनुसार अभी तक करीब पौने चार सौ पर्यटक पुष्कर में मौजूद हैं।
कोई दबाव नहीं, लेकिन … कोरोना वायरस को लेकर लॉकडाउन के बाद पुष्कर के लोग सभी अपने घरों में कैद है। ऐसे में विदेशी सैलानियों पर ऐसा कोई दबाव नहीं बताया जाता कि वे पुष्कर को खाली करें। इसके बावजूद यह पर्यटक स्वैच्छा से अपने वतन लौटना चाह रहे हैं। दरअसल, यह पर्यटक पुष्कर में मौजमस्ती के लिए आए थे,लेकिन लॉकडाउन के चलते होटलों में कैद हैं। इससे विदेशी सैलानी परेशान हो गए। साथ ही उन्हे अब सुरक्षित रहने की चिन्ता भी सता रही है। यहां के होटल गेस्ट हाउसों में सन्नाटा पसर रहा है। रूफ टॉप रेस्टॉरेन्ट सूने पड़े हैं।
इस तरह हुई रवानगी लॉकडाउन होने के पहले पुष्कर से23 मार्च को इजरायल के 118 पर्यटकों ने पुष्कर छोड़ा था। इसके बाद 24 मार्च को 20 तथा 25 मार्च को 61 व 26 मार्च को दो तथा 27 मार्च को एक व 28 मार्च को 31 पर्यटक पुष्कर से रवाना हुए। इन सभी को मेडिकल स्क्रीनिंग के बाद देखरेख में बस से दिल्ली ले जाया जा रहा है जो वहां से इमरजेन्सी फ्लाइट से स्वदेश पहुंच रहे हैं। दूतावास से सम्पर्क व निर्देशों के बाद यह प्रक्रिया शुरू की गई है