अजमेर

Corona Studies: घर बैठे कर रहे जेईई मेन, नीट और जेईई एडवांस की तैयारी

इंजीनियरिंग और मेडिकल प्रवेश परीक्षा से जुड़ी प्रश्नावली को ऑनलाइन सॉल्व कर रहे हैं।

अजमेरApr 03, 2020 / 09:13 am

raktim tiwari

exam prepration at home

अजमेर.
देश भर में कई विद्यार्थी मई या जून में जेईई मेन, नीट और जेईई एडवांस परीक्षा देंगे। उनके अलावा सीबीएसई और राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के बारहवीं में अध्ययनरत और पिछले साल उत्तीर्ण विद्यार्थी भी शामिल हैं। छात्र-छात्राएं इस परिस्थितियों से घबरा नहीं रहे। वे घर बैठे जेईई मेन, नीट और जेईई एडवांस परीक्षा की तैयारियों में जुटे हैं। कोचिंग क्लास संचालकों उन्हें ऑनलाइन मेटेरियल भेज रहे हैं। विद्यार्थी भी सोशल मीडिया का इस्तेमाल कर पढ़ाई कर रहे हैं।
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लॉकडाउन के चलते देशभर में कॉलेज-यूनिवर्सिटी और बोर्ड की परीक्षाएं प्रभावित है। सर्वाधिक असर इंजीनियरिंग और मेडिकल प्रवेश परीक्षा की तैयारी कर रहे विद्यार्थियों पर पड़ा है। इनमें सीबीएसई, राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड और अन्य संस्थानों के छात्र-छात्राएं हैं। इन विद्यार्थियों को जेईई मेन, जेईई एडवांस और नीट परीक्षा देनी है।
मोबाइल और वॉट्सएप बने मददगार
स्कूल में पढऩे वाले विद्यार्थियों और युवाओं के लिए मोबाइल मददगार साबित हो रहे हैं। विद्यार्थी मोबाइल अथवा वॉट्सएप ग्रुप से कोचिंग क्लास और शिक्षकों से जुड़े हैं। कोर्स के विभिन्न बिंदुओं और कठिनाइयों का समाधान पूछ रहे हैं। इंजीनियरिंग और मेडिकल प्रवेश परीक्षा से जुड़ी प्रश्नावली को ऑनलाइन सॉल्व कर रहे हैं।
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कोचिंग सेंटर दे रहे टिप्स
लॉकडाउन के कारण पढ़ाई का नुकसान नहीं हो इसके लिए कोचिंग संचालकों की भूमिका बदल गई है। संचालक विद्यार्थियों को ऑनलाइन वीडियो भेजकर टिप्स दे रहे हैं। टेस्ट सीरीज को भी ई-मेल या वॉट्सएप पर भेजा जा रहा है। कई कोचिंग संचालक मॉडल टेस्ट पेपर भी ऑनलाइन अपलोड कर रहे हैं। इससे विद्यार्थियों को परीक्षाओं की तैयारी में मदद मिल रही है।
अजमेर में 10 हजार से ज्यादा विद्यार्थी
अजमेर में 10 हजार से ज्यादा विद्यार्थी विभिन्न कोचिंग क्लास में पढ़ते हैं। यह प्रतिवर्ष जेईई मेन (प्रथम और द्वितीय चरण), जेईई एडवांस, नीट की परीक्षा देते हैं। कुछ विद्यार्थी निकटवर्ती ब्यावर, किशनगढ़, पुष्कर, नसीराबाद से भी पढऩे आते हैं।
बाजार लॉकडाउन, विद्यार्थियों के पास नहीं कॉपी और बुक्स

रक्तिम तिवारी/अजमेर. अर्पित, विदूष और निहारिका जैसे देश के हजारों विद्यार्थी सीबीएसई और राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की विभिन्न कक्षाओं में अध्ययनरत हैं। बाजार बंद होने से स्टेशनरी उद्योग ठप है। पहली से आठवीं तथा नवी-ग्यारहवीं के विद्यार्थियों को कॉपी-किताबें नहीं मिल पाई हैं। विद्यार्थियों की पढ़ाई का एकमात्र साधन मोबाइल या ई-मेल है।
लॉकडाउन के चलते देशभर में कॉलेज-यूनिवर्सिटी और बोर्ड की परीक्षाएं प्रभावित है। सर्वाधिक असर इंजीनियरिंग और मेडिकल प्रवेश परीक्षा की तैयारी कर रहे विद्यार्थियों पर पड़ा है। इनमें सीबीएसई, राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड और अन्य संस्थानों के छात्र-छात्राएं हैं। इन विद्यार्थियों को जेईई मेन, जेईई एडवांस और नीट परीक्षा देनी है। इसके अलावा पहली से आठवीं तथा नवीं-ग्यारहवीं के विद्याार्थियों की पढ़ाई भी ढंग से शुरू नहीं हुई है।
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