ज्ञापन में गनाहेड़ा निवासी भंवरी व कमला रावत ने बताया है कि उनके ससुर की लम्बे समय से कब्जे में चली आ रही जमीन को अन्य के नाम कर दिया जबकि नक्शा ही त्रुटिपूर्ण है। उनके पास की जमीन पर नाले की पत्थरगड़ी करा दी गई। हनुमान सिंह के नाम वर्र्किंग खसरा नंबर 731 की भूमि आवंटित कर दी गई जबकि वह कभी काबिज ही नहीं रहा। आरोप लगाया गया कि पटवारी गजराज, गिरदावर रमेश शर्मा व तत्कालीन नायब तहसीलदार प्रदीप चौमाल ने भौतिक काश्त का तथ्य छुपाते हुए गैरकानूनी रूप से बिना कब्जे के ही जमीन को अन्य को खातेदारी दे डाली तथा कब्जे से बेदखल करने का प्रयास किया।
ज्ञापन में इस लीपापोती में शामिल राजस्व कारिन्दों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई। एसडीओ देविका तोमर ने मौके पर तहसीलदार पंकज बडगूजर को बुलवाकर जांच के आदेश दे दिए। लेकिन प्रदर्शनकारी महिलाएं नहीं मानी तथा कार्यालय के बाहर धरने पर बैठ गईं।
इनका कहना है गनाहेड़ा क्षेत्र में राजस्व मानचित्र में कई त्रुटियां सामने आने के बाद मौके की वर्तमान स्थिति का नक्शा बनवाया जा रहा है। ज्ञापन मिलने के बाद जांच की जा रही है।
– देविका तोमर, उपखंड अधिकारी पुष्कर