देवनानी ने यह बात
सीआरपीएफ ग्रुप केन्द्र द्वितीय में शौर्य दिवस पर आयोजित श्रद्धांजलि कार्यक्रम को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि देश में प्राकृतिक आपदा, चुनाव ड्यूटी में सीआरपीएफ के जवानों ने उत्कृष्ट सेवाएं दी है। इससे पहले देवनानी ने शहीद स्मारक पर पुष्प चक्र चढ़ाकर श्रद्धाजंलि दी। केन्द्र के डीआईजी एसएस शेखावत समेत अधिकारियों ने भी शहीद स्मारक पर पुष्प चक्र अर्पित किए।
कच्छ से पाक सेना को खदेड़ा
डीआईजी शेखावत ने बताया कि सन् 1965 में भारत पाक युद्ध के दौरान 9 अप्रेल को पाकिस्तान सेना की 51 वीं इन्फ्रेन्ट्री ब्रिगेड के 3500 जवानों ने ऑपरेशन डेजर्ट हॉक के तहत हमला कर दिया। इधर सीआरपीएफ की 2 कम्पनी के 136 जवानों ने पाक सेना को करारा जवाब देते हुए खदेड़ दिया। पाक सेना ने एक ही रात में तीन हमले किए मगर तीनों बार मुंह की खानी पड़ी।
सैनिक युद्ध के इतिहास में हैं दर्ज शौर्य दिवस पर गोल्फ कोर्स रोड स्थित केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल गु्रफ केन्द्र प्रथम में सैनिक सम्मेलन का आयोजन किया गया। सम्मेलन में शहीदों को याद करते हुए सीआरपीएफ से सेवानिवृत्त हुए जवान व अधिकारियों को सम्मानित किया।
पुलिस उप महानिरीक्षक जगदीशनारायण कोहली ने शौर्य दिवस की महत्ता बताते कहा कि तत्कालीन गृहमंत्री गुलजारीलाल नंदा ने कहा था कि कच्छ के रण में सरदार पोस्ट और टाक पोस्ट पर हुए युद्ध में सीआरपीएफ के इतिहास में ही नहीं, बल्कि सैनिक युद्ध के इतिहास में दर्ज किया जाएगा। वीरता पदक विजेता सेवानिवृत्त पुलिस महानिरीक्षक एम.एम. शर्मा, सेवानिवृत्त द्वितीय कमान अधिकारी रघुवीर सिंह एवं सिपाही/ जीडी प्रताप सिंह को सम्मानित किया।
वहीं उपनिरीक्षक सुरेश कुमार व सिपाही/ चालक राकेश कुमार को महानिदेशालय की ओर से आंतरिक सुरक्षा सेवा पदक लगाकर सम्मानित किया। इस अवसर पर ग्रुप केन्द्र प्रथम व द्वितीय के जवानों के बीच बॉलीवॉल मैच खेला गया।
सम्मेलन से पूर्व पुलिस उप महानिरीक्षक(रेंज मुख्यालय) जगदीश नारायण कोहली, पुलिस उप महानिरीक्षक ग्रुप केन्द्र प्रथम अनिल ढौंडियाल, पुलिस उप महानिरीक्षक(चिकित्सा) डॉ. ए.के. त्रिवेदी, कमांडेंट भरतकुमार वैष्णव, उपकमांडेंट जीवराजसिंह शेखावत समेत अन्य अधिकारी व जवानों ने शहीद स्मारक पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी।