खुलकर बोलने के लिए करना होगा तैयार
कलक्टर ने कहा कि शनिवार को विश्व माहवारी दिवस भी है। बालिकाओं को परम्परागत झिझकयुक्त चुप्पी तोड़ने और अपनी बात को खुलकर बोलने के लिए तैयार करना होगा। दक्ष प्रशिक्षक जिले में प्रशिक्षण प्रदान करेंगे।
कलक्टर ने कहा कि शनिवार को विश्व माहवारी दिवस भी है। बालिकाओं को परम्परागत झिझकयुक्त चुप्पी तोड़ने और अपनी बात को खुलकर बोलने के लिए तैयार करना होगा। दक्ष प्रशिक्षक जिले में प्रशिक्षण प्रदान करेंगे।
अध्यापकों की भूमिका महत्वपूर्ण
कलक्टर ने कहा कि अध्यापकों की चुप्पी तोड़ो अभियान में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका सिद्ध होगी। दक्ष प्रशिक्षकों द्वारा जून माह के अंतिम सप्ताह में अध्यापकों को मॉड्यूल के अनुसार प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा। अध्यापक अपने विद्यार्थियों का मित्र, फिलोसॉफर और गाइड होता है। बालिका अपने टीचर्स को अपनी बात सहज भाव से सम्प्रेषित करे सके, ऎसा विश्वास का वातावरण तैयार होना चाहिए। सशक्त बालिका तैयार होने से समाज में परिवर्तन सम्भव होगा।
कलक्टर ने कहा कि अध्यापकों की चुप्पी तोड़ो अभियान में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका सिद्ध होगी। दक्ष प्रशिक्षकों द्वारा जून माह के अंतिम सप्ताह में अध्यापकों को मॉड्यूल के अनुसार प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा। अध्यापक अपने विद्यार्थियों का मित्र, फिलोसॉफर और गाइड होता है। बालिका अपने टीचर्स को अपनी बात सहज भाव से सम्प्रेषित करे सके, ऎसा विश्वास का वातावरण तैयार होना चाहिए। सशक्त बालिका तैयार होने से समाज में परिवर्तन सम्भव होगा।
दिया जाएगा प्रशिक्षण
मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी धर्मेन्द्र कुमार जाटव ने बताया कि जून के अंतिम सप्ताह में दक्ष प्रशिक्षकों द्वारा जिले के समस्त विद्यालयों के 1500 अध्यापकों को 5 दिवसीय गैर आवासीय प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा। इस प्रशिक्षण के पश्चात विद्यालय में प्रत्येक शनिवार नो बैग डे के दिन अंतिम कालांश में विद्यार्थियों को इस प्रशिक्षण के मॉड्यूल सामग्री को चरणबद्ध तरीके से पढ़ाया जाएगा।
मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी धर्मेन्द्र कुमार जाटव ने बताया कि जून के अंतिम सप्ताह में दक्ष प्रशिक्षकों द्वारा जिले के समस्त विद्यालयों के 1500 अध्यापकों को 5 दिवसीय गैर आवासीय प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा। इस प्रशिक्षण के पश्चात विद्यालय में प्रत्येक शनिवार नो बैग डे के दिन अंतिम कालांश में विद्यार्थियों को इस प्रशिक्षण के मॉड्यूल सामग्री को चरणबद्ध तरीके से पढ़ाया जाएगा।
आईपीई ग्लोबल की नीलम दुबे ने प्रशिक्षण के मॉड्यूल्स और प्रशिक्षण सामग्री के बारे में चर्चा की। इस अवसर पर शिक्षा विभागीय प्रतिनिधि,समग्र शिक्षा के कार्यक्रम अधिकारी विश्वम्भर दयाल बुनकर, इन्दिरा महिला शक्ति, महिला अधिकारिता की काउन्सलर तथा आईपीई ग्लोबल के संजीत सिंह भी उपस्थित थे।