बीकानेर भेजी थी मशीननिगम सूत्रों की मानें तो डिवीडिंग मशीन एक माह पहले दैनिक किराए पर बीकानेर के कोलायत में कपिल सरोवर की सफाई के लिए भेजी गई थी। जानकारों के अनुसार निगम ने मशीन 15 हजार रुपए दैनिक किराए पर भेजी थी। जिससे निगम को 10 से 12 लाख की आय हुई।
कलक्टर ने भी दिखाई थी नाराजगी जिला कलक्टर ने करीब छह माह पहले आनासागर झील के निरीक्षण में झील में फैली जलकुंभी पर नाराजगी जताते हुए इसे निर्धारित अवधि में साफ करने के निर्देश दिए थे। निगम प्रशासन ने श्रमिकों को लगाकर छोटी नावों से झील को साफ किया लेकिन मशीन से नियमित सफाई नहीं होने के कारण कुछ ही माह में जलकुंभी ने फिर से पैर पसार लिए।
इनका कहना है जलकुंभी का फैलाव पूर्व की तुलना में इस बार कम हुआ। बीकानेर में मशीन नियमानुसार गई लेकिन बेल्ट टूट जाने के कारण मरम्मत कार्य की निविदा आचार संहिता के चलते देरी से खोली जा सकी। इस कारण मशीन फंसी रही। इस सप्ताह में जलकुंभी को पूरी तरह साफ कर दिया जाएगा।
सुशील कुमार, आयुक्त नगर निगम अजमेर ————————————————————– आंकडों की जुबानी 1 करोड़ – मशीन की खरीद2017-18 – मशीन अजमेर आई 37 हजार रुपए – प्रतिमाह ठेकेदार को भुगतान, जलकुंभी हटाए जाने का ठेका2 माह – बीकानेर के कोलायत में कपिल सरोवर में सफाई के लिए भेजी (लगभग दो माह पूर्व)
15 हजार रुपए – दैनिक किराए पर भेजी10 से 12 लाख – अनुमानित आय निगम को