कोरोना संदिग्ध होने पर उसकी जांच, होम आइसोलेट home isolate व वेरंटाइन की व्यवस्था है, लेकिन कई लोग सरकारी निगरानी में नहीं रहना चाहते। उन्हें खुली आजादी चाहिए, जबकि प्रशासन की ओर से तमाम व्यवस्थाएं की गई है। उसके बावजूद अजमेर जिले के कई होम आइसोलेट home isolate किए लोग फरार हो गए।
प्रशासन ने आमजन की हिफाजत व खुद संदिग्ध व्यक्ति की जीवन रक्षा के लिए होम आइसोलेट home isolate की व्यवस्था की है, लेकिन कई लोगों को यह व्यवस्था पसंद नहीं आई। यही वजह है कि सांपला क्षेत्र से करीब 6 किशोर होमआइसोलेट home isolate से फरार हो गए।
राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय के प्रधानाचार्य ब्रजरराज शर्मा के अनुसार सांपला में अब तक 91 लोगों को होम आइसोलेट home isolate किया गया है। इनकी निगरानी के लिए 43 कर्मचारियों को अलग-अलग जगह नियुक्त किया है। कुछ लोग कोरोना महामारी की गंभीरता को नहीं समझ रहे।
…पांच दिन तो सही रहे राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय के खेल मैदान के पिछे व खेड़ीशंकर मार्ग पर रहने वाले बागरिया जाति के लोगों को होम आइसोलेट home isolate किया गया था जो पांच दिन तक तो सही रहे, लेकिन इनमें से 6 जने भाग गए।
इनमें कोमल पुत्री कालू बागरिया (15), दीपक पुत्र कालू बागरिया (18), लोकेश पुत्र कालू बागरिया(12), शिवजी पुत्र कालू बागरिया (10), रामेश्वर बागरिया (42) शामिल हैं। इसी प्रकार प्रान्हेड़ा मार्ग निवासी स्माइल पुत्र हकीम मंसूरी भी फरार है। इसकी जानकारी बीईओ शर्मा ने सरवाड़ उपखण्ड अधिकारी को दे दी।
गच्चा देकर हुए फरार इसी प्रकार मांगलियावास क्षेत्र के बिठूर पंचायत के अंसरी गांव से कोरोना संक्रमण को लेकर होम आइसोलेट home isolate किए दो व्यक्ति गच्चा देकर फ रार हो गए। ड्यूटी पर तैनात शिक्षक ने आरोपियों के खिलाफ मांगलियावास थाने में मामला दर्ज कराया है। थानाप्रभारी रामचंद्र कुमावत के मुताबिक बिठूर के अंसरी गांव में शैतान पुत्र गैना रावत तथा शेरू पुत्र मदन रावत को होम आइसोलेट home isolate किया गया था।
शिक्षक दिनेश यादव को दोनों की निगरानी की ड्यूटी लगाई गई थी। दोनों आरोपी बुधवार शाम ड्यूटी पर तैनात शिक्षक यादव को गच्चा देकर फरार हो गए। पुलिस ने मामला दर्ज कर दोनों होम आइसोलेट home isolate आरोपियों की तलाश आरंभ कर दी है।