अजमेर में दरगाह बाजार के मोतीकटला, लाखनकोटड़ी, लंगरखाना गली, झालरे से सटा इलाका, खादिम मोहल्ला, लौंगिया सहित डिग्गी बाजार, घसेटी, होलीदड़ा से दरगाह बाजार जाने के लिए तंग गलियां हैं। दरगाह इलाके में कई गलियों में व्यापारियों के गोदाम हैं। इनमें प्लास्टिक के खिलौने, मोमबत्ती, फे्रम-बैग बनाने के कारखाने भी संचालित हैं। कई जगह सोहन हलवा और अन्य मिठाई बनाने की फैक्ट्रियां हैं। कई मकान दो-तीन मंजिला हैं।
तंग हैं क्षेत्र की गलियां
दरगाह बाजार के अंदरूनी इलाकों, झालरा क्षेत्र, घसेटी और आसपास के बेहद तंग गलियां हैं। यहां घरों अथवा फैक्ट्री-दुकान, कारखाना में आगजनी होने पर तत्काल राहत पहुंचाना मुश्किल है। फायर ब्रिगेड की बड़ी गाडिय़ां इन गलियों में नहीं पहुंच सकती हैं। हालांकि अग्निशमन विभाग दस्ते ने हाल में कुछ छोटी जीप और बाइक्स भी शामिल की हैं। इन्हें खासतौर पर तंग इलाकों-गलियों में आगजनी होने की स्थिति में भेजा जा सकता है।
अजमेर में हुई यह घटनाएं -1 जून को ब्यावर रोड अनाज मंडी में तेल गोदाम धधक उठा था। इससे लाखों रुपए के तेल के पीपे जलकर खाक हो गए। इसमें 40 से ज्यादा दमकलों को कड़ी मशक्कत के बाद आग बुझाने में कामयाबी मिल पाई थी। अनाज मंडी में तेल गोदाम होने को लेकर कई सवाल भी उठे थे।
-21 जुलाई को नया बाजार चौपड़ में रविवार रात अग्निकांड में ज्वैलर की दुकान धधक उठी थी। आग में लाखों रुपए की ज्वैलरी, फर्नीचर और अन्य सामान जलकर खाक हो गया।
-21 जुलाई को नया बाजार चौपड़ में रविवार रात अग्निकांड में ज्वैलर की दुकान धधक उठी थी। आग में लाखों रुपए की ज्वैलरी, फर्नीचर और अन्य सामान जलकर खाक हो गया।
-7 सितंबर यूको बैंक की स्टेशन रोड शाखा में शॉर्ट सर्किट आग लग गई थी। आग से एससी और अन्य सामान जल गया था।
यह भी पढ़ें
MDSU: स्टूडेंट्स के लिए खास, भरें यूनिवर्सिटी के एग्जाम फार्म