अजमेर.डिस्कॉम प्रबन्ध निदेशक वी.एस. भाटी को सूचना मिली थी कि प्रतापगढ़ में विद्युत कनेक्शन देने के लिए काम आने वाले सामान में स्टोर और सब डिवीजन स्तर पर अनियमितताएं की जा रही हैं। सूचना को गंभीरता से लेते हुए प्रबंध निदेशक ने तुरंत जांच के आदेश दिए। निगम की जांच टीम ने प्रतापगढ़ स्टोर में जांच शुरू की तो पता चला कि 137 सब स्टेशन से भरा ट्रक सप्लाई देने वाली फ र्म शान्वी प्लास्टिक प्रोडक्ट जयपुर से चला लेकिन स्टोर में कोई एन्ट्री नहीं मिली। यहां तैनात सहायक भंडार नियंत्रक पी.सी. बुंदेला ने बताया कि ट्रक सीधे ही दलोट और अरनोद उपखंडों के सहायक अभियंता कार्यालयों में खाली करवा लिया गया। इनमें 50 सेट अरनोद व 87 सेट दलोट में उतारे गए।
जांच में दूसरी कम्पनी का निकला सामान
जांच में दूसरी कम्पनी का निकला सामान
जांच दल ने मौके पर जाकर देखा तो दोनों ही जगह सामान नही मिले। दलोट में दूसरी फ र्म के कुछ सेट मिले लेकिन शान्वी प्लास्टिक के सामान नहीं थे। जिम्मेदार सहायक अभियंताओं एवं कर्मचारियों ने बहाना बनाया कि सेट फ ील्ड में अलॉट कर दिए गए लेकिन वे जांचकर्ताओं को संतुष्ट नहीं कर सके। जब दबाव पड़ा तो सहायक नियंत्रक भंडार बुंदेला, कार्यवाहक सहायक अभियंता अरनोद नरेंद्र सिंह व कार्यवाहक सहायक अभियंता दलोट रविशंकर ने 25 अक्टूबर को फ र्म से सेट मिलने को बहाना बनाया लेकिन जांच में वे सेट भी दूसरी कंपनी के ही निकले।
यह हो चुके हैं निलम्बित
यह हो चुके हैं निलम्बित
जांच में फर्जीवाड़ा साबित होते ही सहायक भंडार नियंत्रक पी.सी. बुंदेला,कार्यवाहक सहायक अभियंता नरेंद्र सिंह, कार्यवाहक सहायक अभियंता रविशंकर,दलोट स्टोर इंचार्ज दुर्गालाल नागर, तकनीकी सहायक प्रतापगढ़ अभय सिंह राव, तकनीकी सहायक अरनोद मुकेश कसाना को निलंबित कर दिया गया।
करवाई जा रही है ऑडिट
करवाई जा रही है ऑडिट
डिस्कॉम ने उपकरण खुर्दबुर्द करने के मामले को गंभीरता से लेते हुए प्रतापगढ़ सर्किल के उपकरण आवंटन की ऑडिट के आदेश जारी किए है। शुरूआत अप्रेल 2020 से अक्टूबर 2020 तक की ऑडिट की जा रही है। इसके पूर्व के वर्षो की भी ऑडिट करवाई जा सकती है। प्रतापगढ़ सहित अन्य जिलों में विद्युत उपकरणों का फर्जीवाड़ा बड़ पैमाने पर होता है। इन्हें मध्य प्रदेश से लगते जिलों में बेचा जाता है।
read more:दीपावाली पर डिस्कॉमकर्मियों को तोहफ ा