आर्य ने वकील के जरिए अग्रिम जमानत की अर्जी लगाई थी। बुधवार को इस मामले की सुनवाई हुई। पॉक्सो नंबर 1 कोर्ट ने उन्हें 1 लाख रुपए के मुचलके पर अग्रिम जमानत प्रदान की।
पूर्व उप सभापति सोमरत्न आर्य शहर की कई संस्थाओं से जुड़े हैं। वे सामाजिक, सांस्कृतिक और खेलकूद संस्थाओं में पदाधिकारी भी हैं। भाजपा से जुडऩे के कारण उनका सियासी कद भी है। उन्होंने 2015 में पार्षद का चुनाव लड़ा था, जिसमें वे पराजित हो गए थे। पूरे शहर में चर्चाआर्य के खिलाफ दर्ज मामला शहर में चर्चित हो गया। आर्य की सियासी पृष्ठभूमि के चलते नाबालिग और उसके परिजन ने कई दिन तक कानूनी कार्रवाई नहीं की थी।