पीडि़त ठाकुरदास ने बताया कि आरोपी विनोद द्वारा उन्हें उनके दामाद अनिल को इंटरव्यू में पास कराने के लिए 18 लाख की मांग रखी गई। जिस पर 16 लाख में सौदा तय हुआ। एक दिन विनोद ने फोन कर जल्द से जल्द 16 लाख रुपए पहुंचाने की मांग की। जिस पर एक बार में 6 लाख तथा दूसरी बार में 10 लाख रुपए बंसल अपने दो सहयोगियों सत्येंद्र तथा हरिचंद के साथ मिलकर आरोपी के गांव संडपुरा में नकद पहुंचाए। पीडि़त ने बताया कि 16 लाख रुपए उसके द्वारा दो किस्तों में 2020 को आरोपी को दिए थे। इसकी जानकारी उन्होंने अपने दामाद तक को नहीं दी थी। परीक्षा परिणाम में नहीं हुए पास
आरोपी द्वारा पैसे वापस ना करने की बात को लेकर जब उसने आरोपी के परिचितों से बात की और उसे अपने पैसे वापस करने के लिए कहा, तब भी आरोपी नहीं माना। जिसके बाद पीडि़त विधायक के पास पहुंचा, तो विधायक ने उन्हें पूरा सहयोग किया। पुलिस में मामला दर्ज कराने की बात कही। पीडि़त ने बताया कि उनके द्वारा जरिए इस्तगासा 20 जनवरी को मामला दर्ज कराया गया है। मामले को लेकर पीडि़त पुलिस अधीक्षक शिवराज मीणा से भी व्यक्तिगत मिले, जिन्होंने जल्द ही आरोपी की गिरतारी एवं मामले को सुलझाने की बात कही। पुलिस द्वारा मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
ठाकुरदास बंसल ने ठगी का मामला दर्ज कराया है। मामला दर्ज कर जांच आरंभ कर दी गई है।- योगेंद्र सिंह, सदर थाना प्रभारी, बाड़ी