नहीं होंगे मेले-सार्वजनिक महोत्सव
शहर में प्रतिवर्ष वैशाली नगर, आदर्श नगर न्यू केसरी कॉलोनी, पंचशील, माकड़वाली रोड, बी. के. कौल नगर, कोटड़ा, रामगंज, गुलाबबाड़ी, मदार गेट, पुरानी मंडी, नया बाजार, पुष्कर रोड अजयनगर, नसीराबाद रोड, तेापदड़ा, नाका मदार, शास्त्री नगर, बिहारी गंज, केसरगंज, हरिभाऊ उपाध्याय नगर, अजयनगर और अन्य स्थानों पर विधि-विधान से गणेश प्रतिमाओं की स्थापना की जाती है। कोरोना संक्रमण के चलते इस बार पारम्परिक मेले और सार्वजनिक गणेश महोत्सव नहीं होंगे। जिला प्रशासन और पुलिस की टीम सतर्क रहेंगी।
शहर में प्रतिवर्ष वैशाली नगर, आदर्श नगर न्यू केसरी कॉलोनी, पंचशील, माकड़वाली रोड, बी. के. कौल नगर, कोटड़ा, रामगंज, गुलाबबाड़ी, मदार गेट, पुरानी मंडी, नया बाजार, पुष्कर रोड अजयनगर, नसीराबाद रोड, तेापदड़ा, नाका मदार, शास्त्री नगर, बिहारी गंज, केसरगंज, हरिभाऊ उपाध्याय नगर, अजयनगर और अन्य स्थानों पर विधि-विधान से गणेश प्रतिमाओं की स्थापना की जाती है। कोरोना संक्रमण के चलते इस बार पारम्परिक मेले और सार्वजनिक गणेश महोत्सव नहीं होंगे। जिला प्रशासन और पुलिस की टीम सतर्क रहेंगी।
बिक्री के लिए पहुंची गणेश प्रतिमाएं
कुछ स्थानीय कलाकारों ने गणपति की मूर्तियां बनाई हैं। मार्टिंडल ब्रिज और आसपास के इलाकों में प्रतिमाएं बिक्री के लिए पहुंची हैं। आनासागर चौपाटी-गौरव पथ पर भी गणेश प्रतिमाओं की बिक्री होती है। कोरोना संक्रमण के कारण मूर्तियां ज्यादा नहीं दिखी हैं। लोग मिट्टी के गणेश अथवा फोटो लगाकर पूजन करेंगे।
कुछ स्थानीय कलाकारों ने गणपति की मूर्तियां बनाई हैं। मार्टिंडल ब्रिज और आसपास के इलाकों में प्रतिमाएं बिक्री के लिए पहुंची हैं। आनासागर चौपाटी-गौरव पथ पर भी गणेश प्रतिमाओं की बिक्री होती है। कोरोना संक्रमण के कारण मूर्तियां ज्यादा नहीं दिखी हैं। लोग मिट्टी के गणेश अथवा फोटो लगाकर पूजन करेंगे।
नहीं होगा 138 वां गणेश महोत्सव
महाराष्ट्र मंडल के तत्वावधान में 138 वां गणेश महोत्सव नहीं होगा। मिलिंद भातोड़कर ने बताया कि इस बार पारम्परिक गणेश प्रतिमा की स्थापना नहीं होगी। अन्य कार्यक्रम भी स्थगित रहेंगे। मालूम हो कि यहां प्रतिवर्ष दस दिवसीय महोत्सव चलता है।
महाराष्ट्र मंडल के तत्वावधान में 138 वां गणेश महोत्सव नहीं होगा। मिलिंद भातोड़कर ने बताया कि इस बार पारम्परिक गणेश प्रतिमा की स्थापना नहीं होगी। अन्य कार्यक्रम भी स्थगित रहेंगे। मालूम हो कि यहां प्रतिवर्ष दस दिवसीय महोत्सव चलता है।
बाजारों में खरीददारी की उम्मीद
बाजारों में गणेश चतुर्थी पर चहल-पहल दिखने की उम्मीद है। लोग नई कार, जीप, स्कूटी, बाइक, एलईडी, फ्रिज, लेपटॉप, मोबाइल, म्यूजिक सिस्टम, और अन्य इलेक्ट्रिानिक्स सामान खरीदेंगे। साथ ही सर्राफा बाजार में सोने-चांदी के आभूषण, सिक्कों, साडिय़ों, रेडिमेड कपड़ों की खरीददारी हो सकती है। पहले लॉकडाउन और अब कोरोना संक्रमण में मंदी की मार झेल रहे बाजार में कुछ रौनक हो सकती है।
बाजारों में गणेश चतुर्थी पर चहल-पहल दिखने की उम्मीद है। लोग नई कार, जीप, स्कूटी, बाइक, एलईडी, फ्रिज, लेपटॉप, मोबाइल, म्यूजिक सिस्टम, और अन्य इलेक्ट्रिानिक्स सामान खरीदेंगे। साथ ही सर्राफा बाजार में सोने-चांदी के आभूषण, सिक्कों, साडिय़ों, रेडिमेड कपड़ों की खरीददारी हो सकती है। पहले लॉकडाउन और अब कोरोना संक्रमण में मंदी की मार झेल रहे बाजार में कुछ रौनक हो सकती है।
यह रहेंगे मंदिरों में कार्यक्रम गणेशगढ़ मंदिर शास्त्री नगर
पुजारी राजूपुरी ने बताया कि शुक्रवार रात्रि मंदिर में भजन प्रस्तुत किए जाएंगे। शनिवार दोपहर 12 बजे महाआरती होगी। श्रद्धालुओं-आगंतुकों को मास्क पहनना अनिवार्य होगा। सोशल डिस्टेंसिंग से दर्शन कराने के अलावा प्रसाद वितरण किया जाएगा।
पुजारी राजूपुरी ने बताया कि शुक्रवार रात्रि मंदिर में भजन प्रस्तुत किए जाएंगे। शनिवार दोपहर 12 बजे महाआरती होगी। श्रद्धालुओं-आगंतुकों को मास्क पहनना अनिवार्य होगा। सोशल डिस्टेंसिंग से दर्शन कराने के अलावा प्रसाद वितरण किया जाएगा।
आगरा गेट गणेश मंदिर
घनश्याम आचार्य ने बताया कि कोरोना संक्रमण के चलते मंदिर में श्रद्धालुओं को प्रवेश नहीं दिया जाएगा। सुबह 5 बजे आरती, 8 बजे गणपति अथर्वशीष, 11 बजे पंचामृत अभिषेक और दोपहर 12 बजे महाआरती होगी। शाम को गणपति का फूलों से श्रंगार और आरती होगी।
घनश्याम आचार्य ने बताया कि कोरोना संक्रमण के चलते मंदिर में श्रद्धालुओं को प्रवेश नहीं दिया जाएगा। सुबह 5 बजे आरती, 8 बजे गणपति अथर्वशीष, 11 बजे पंचामृत अभिषेक और दोपहर 12 बजे महाआरती होगी। शाम को गणपति का फूलों से श्रंगार और आरती होगी।
बालूगोमा गली गणेश मंदिर
कैलाशचंद गुप्ता ने बताया कि कोरोना संक्रमण के चलते मंदिर में श्रद्धालुओं को प्रवेश नहीं जाएगा। विशिष्ट श्रंगार भी नहीं होगा। केवल घर के सदस्य गजानन को भोग लगाएंगे।
कैलाशचंद गुप्ता ने बताया कि कोरोना संक्रमण के चलते मंदिर में श्रद्धालुओं को प्रवेश नहीं जाएगा। विशिष्ट श्रंगार भी नहीं होगा। केवल घर के सदस्य गजानन को भोग लगाएंगे।