जिम में हुई दोनों की दोस्ती पुलिस के अनुसार पपला गुर्जर व जोगेंद्र की कुछ साल पहले गुरुग्राम (Gurugram)के एक जिम में मुलाकात हुई तथा दोनों एक-दूसरे के गहरे दोस्त बन गए। पपला अपराध की दुनिया में आगे बढ़ता गया तथा जोगेंद्र फिल्म इंडस्ट्री में किस्मत आजमाने लगा। बहरोड़ थाने के लॉकअप से फरार होने के बाद पपला ने अचानक जोगेंद्र के पास जाकर आर्थिक मदद मांगी तो उसने अपनी शादी की सोने की तीन अंगूठियां व दो चेन दे दी। फरारी के दौरान पपला (Papla)को जब जब गाड़ी की जरूरत महसूस हुई तो जोगेंद्र ने अपनी महंगी गाडिय़ों में उसे कई राज्यों की सीमा पार कराई। पपला ने जब गैंगस्टर चीकू को मारने की साजिश रची तो जोगेंद्र भी अपने दोस्त पपला की मदद के लिए साजिश में शामिल हो गया। जोगेंद्र कुछ शॉर्ट मूवी और थियेटर में अभिनय कर चुका तथा पपला के नाम से बॉलीवुड में धाक जमाना शुरू कर दिया था। आखिर में चीकू को मारने की साजिश में शामिल होने व पपला की मदद के कारण सलाखों के पीछे पहुंच गया।
घर के बाहर कसरत करता मिला टीम प्रभारी सुनील जांगिड़ ने जोगेंद्र को पकडऩे के लिए प्लान तैयार किया तथा डीएसटी भिवाड़ी के एएसआई जसवंत सिंह को पीपीई किट पहनाकर चिकित्सक और कांस्टेबल सुनील व योगेश को सहायक बनाकर जोगेंद्र के घर स्क्रीनिंग के बहाने भेजा। बाकी पुलिस टीम कुछ दूरी पर रुक गई। पुलिस टीम जोगेंद्र के घर पहुंचती, उससे पहले ही वह बाहर कसरत करता मिल गया। पुलिस ने जोगेंद्र को मौके से गिरफ्तार कर लिया तथा रिमांड पर लेकर उससे पूछताछ कर रही है।
टीम में ये थे शामिल जोगेंद्र को पकडऩे नीमराणा एएसपी सिद्धांत शर्मा के नेतृत्व में टीम गठित की गई थी। टीम में बहरोड़ डीएसपी अतुल साहू, डीएसपी एससी-एसटी सेल महावीरसिंह शेखावत, डीएसटी प्रभारी नीमराणा सुनील जांगिड़, चौपानकी एसएचओ व डीएसटी प्रभारी भिवाड़ी मुकेश कुमार व जसवंत सिंह एएसआई डीएसटी भिवाड़ी सहित अन्य पुलिसकर्मी शामिल थे।