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अजमेर

पड़ौस में मिल रही ‘सांसों की आस

कोरोना वार्ड में भर्ती समीपवर्ती प्रदेशों के एक दर्जन मरीज, धौलपुर मेंं कम हुए मरीज, ऑक्सीजन की पर्याप्त आपूर्ति
भयावह होती जा रही कोरोना की दूसरी लहर के बीच धौलपुर जिला चिकित्सालय जिले के ही नहीं बल्कि पड़ोसी राज्यों के मरीजों की सांसों को भी संजीवनी दे रहा है। यही कारण है कि जिला चिकित्सालय में जिले के मरीजों के अलावा उत्तरप्रदेश तथा मध्यप्रदेश के करीब एक दर्जन कोविड मरीज गंभीर स्थिति में कोरोना वार्ड में भर्ती है। इसके बाद भी जिला मुख्यालय पर 38 बेड खाली हो गए हैं

अजमेरMay 15, 2021 / 11:43 pm

Dilip

Corona update in up

Corona update in up

धौलपुर. भयावह होती जा रही कोरोना की दूसरी लहर के बीच धौलपुर जिला चिकित्सालय जिले के ही नहीं बल्कि पड़ोसी राज्यों के मरीजों की सांसों को भी संजीवनी दे रहा है। यही कारण है कि जिला चिकित्सालय में जिले के मरीजों के अलावा उत्तरप्रदेश तथा मध्यप्रदेश के करीब एक दर्जन कोविड मरीज गंभीर स्थिति में कोरोना वार्ड में भर्ती है। इसके बाद भी जिला मुख्यालय पर38 बेड खाली हो गए हैं।
प्रमुख कारण यह है कि समीपवर्ती मध्यप्रदेश के अस्पतालों में पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन नहीं मिलने के कारण वहां पर रोगी भर्ती नहीं हो रहे हैं। धौलपुर मरीजों के लिए पास पड़ता है। इस कारण अम्बाह, मुरैना, उत्तरप्रदेश के सैंया, खेरागढ़ आदि कस्बों के मरीज सीधे ही धौलपुर आ रहे हैं।
धौलपुर जिले से उत्तरप्रदेश तथा मध्यप्रदेश की सीमाएं सटी हुई है। वहीं दूसरी ओर जिले में भी कोरोना संक्रमण धीरे-धीरे उतार पर आ रहा है। गंभीर प्रकृति के मरीजों में भी कमी आ रही है। जिला मुख्यालय पर ही उपलब्ध १५२ ऑक्सीजन बेडों में से अब ३८ खाली हो गए है। जिला चिकित्सालय में कुल ११४ मरीज भर्ती हंै। इनमें से ९४ ऑक्सीजन को लगाई हुई है, वहीं केवल पांच मरीज वेंटीलेटर पर हैं।
जिले में अब काबू में आ रहा संक्रमण
जिले में कोरोना धीरे-धीरे काबू में आ रहा है। जिले में शनिवार को भी केवल २८ नए संक्रमित मरीज मिले हैं। जबकि इसके ९ गुना से अधिक २६१ मरीज स्वस्थ हुए हैं। हालांकि एक जने की मौत हो गई है। इसके बाद जिले में एक्टिव मरीजों का आंकड़ा १५३९ पर आ गया है। जिले में अब तक १० हजार ३८८ लोग कोरोना से संक्रमित हो चुके हैं। जबकि ४० लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं ८८०९ लोग स्वस्थ हो गए हैं। उल्लेखनीय है कि जिले में मई माह में ही कोरोना उतार पर आ गया है। एक्टिव मरीजों में भी गिरावट दर्ज की गई। इससे अस्पतालों में भी दबाव कम हो रहा है।
क्या है कारण
गत अपे्रल माह में जहां प्रशासन तथा पुलिस अधिकारियों की ओर से केवल स्वास्थ्य सेवाओं पर ध्यान दिया जा रहा था, वहीं मई माह के पहले दिन से ही जिला प्रशासन तथा जिला पुलिस की ओर से मोर्चा संभाला गया। जिले में स्वयं जिला कलक्टर तथा पुलिस अधीक्षक सड़कों पर उतरे। वहीं गैर अनुमत श्रेणी की चोरी-छिपे खुल रही दुकानों की शिकायतों को देखते हुए पूरी तरह प्रशासन की ओर से सील लगा दी गई। ऐसे में जहां ग्रामीण क्षेत्र से शहरों में आ रहे खरीदारों का आवागमन रुका, वहीं शहरों में भी दुकानदार घर बैठ गए। बेवजह घूमने वालों के चालान काटे गए, लोगों को गिरफ्तार किया गया। सैकड़ों लोगों को क्वारंटीन कर दिया गया। ऐसे में लोग अब भय के बीच सड़कों पर घूमना बंद कर दिया है। दोपहर बारह बजे बाद जिले में भीड़ पर अंकुश लगा है।
संक्रमित अधिक हो रहे स्वस्थ
जिले में नए संक्रमितों से अधिक मरीज रिकवर हो रहे हैं। मई में यह आंकड़ा रोज बढ़ता जा रहा है। शनिवार को भी स्वस्थ्य मरीजों को आंकड़ा 9 गुना अधिक आया है। यह जिले के लिए सुखद है। इसे बरकरार रखना चुनौती है। अगर यही गति रही तो चिकित्सालयों में नए मरीजों का दवाब कम होगा। स्वास्थ्य सेवाओं का भी गंभीर प्रकृति के मरीजों को लाभ मिल सकेगा क पूर्व में जिले में ऑक्सीजन की कमी के कारण कई कोविड सेंटरों को बंद करना पड़ा था। अब पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन उपलब्ध है। वहीं बाड़ी सहित अन्य सीएचसी पर भी ऑक्सीजन की व्यवस्था हो गई है। इससे कम गंभीर के रोगियों को सीएचसी पर भी उपचार शुरू किया गया है।
इनका कहना है
जिला मुख्यालय पर अब ११४ मरीज भर्ती हैं। इनमें से ११ मरीज यूपी व एमपी के हैं। वहीं ९४ मरीज ऑक्सीजन सर्पोट पर हैं और ५ मरीज वेंटिलेटर पर हैं।
डॉ. समरवीरसिंह, पीएमओ, राजकीय सामान्य चिकित्सालय, धौलपुर।

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