बीते जुलाई से देश के विभिन्न हिस्सों से परदेसी पर्यटक अजमेर और पुष्कर पहुंचने लगे हैं। जिले में पिछले दिनों से बरसात और खुशनुमा मौसम के बाद अजमेर में आनासागर बारादरी, लिंक रोड और रीजनल कॉलेज चौपाटी, महाराणा प्रताप स्मारक, नागपहाड़ पर बनी सांझी छत , पुष्कर सरोवर, मंदिरों और रेतीले धोरों, पंचकुंड, डीयर पार्क, बैजनाथ और अन्य स्थानों पर देशी पर्यटकों की आवाजाही बढ़ रही है।
पिछले साल कोरोना संक्रमण और मार्च से मई तक देशव्यापी लॉकडाउन के बाद से पुष्कर में विदेशी पर्यटकों की आवाजाही 5 से 10 प्रतिशत भी नहीं हुई है। विदेशी पर्यटकों के सबसे पसंदीदा पुष्कर मेले का आयोजन नहीं हुआ। नए साल यानि 2021 के जश्न मनाने पर भी पाबंदी रही। इसके बाद अप्रेल से जून तक कोरोना संक्रमण और लॉकडाउन के कारण हालात विकट रहे। यूरोप, अमरीका, ऑस्ट्रेलिया और अन्य देशों की फ्लाइट्स के सीमित संचालन से भी विदेशी पर्यटक नहीं पहुंच पाए हैं।
अजमेर आए देशी पर्यटक-4.5 लाख (1 जनवरी से 31 जुलाई)
पुष्कर आए देशी पर्यटक-करीब 0.1 से 0.5 प्रतिशत तक (1 जनवरी से 31 जुलाई) साल 2020 में गिरावट का ग्राफ
देशी पर्यटकों की गिरावट-16.02 लाखविदेशी पयर्टकों की गिरावट-12.98 लाख
पर्यटन विशेषज्ञ डॉ. ए.के. रैना ने बताया कि भारत सहित विभिन्न देशों में वृहद स्तर पर कोविड-19 वैक्सीनेशन जारी है। हालांकि कोरोना की तीसरी लहर और डेल्टा वायरस को लेकर चिंता जताई गई है। लेकिन शत-प्रतिशत वैक्सीनेशन होने पर अजमेर-पुष्कर में पर्यटन बढ़ेगा। हालांकि मास्क पहनने, सोशल डिस्टेंसिंग और हैल्थ प्रोटोकॉल का ध्यान रखना जरूरी होगा।