राज्य के ऊर्जा मंत्रालय और अक्षय ऊर्जा निगम ने रेस्को मॉडल पर पुष्कर को सोलर सिटी बनाने का प्रस्ताव तैयार किया है। घरों-दफ्तरों की छतों तथा बंजर भूमि पर सोलर पैनल लगाकर करीब 7 से 8 मेगावाट बिजली का उत्पादन किया जाएगा। इससे थर्मल बिजली की निर्भरता की जाएगी। 2030 तक इसकी क्षमता 25 मेगावट बिजली उत्पादन तक बढ़ाई जाएगी।
प्लान को मिल चुकी मंजूरीपुष्कर को सोलर सिटी बनाने का प्रस्ताव केंद्रीय नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय स्वीकृत कर चुका है। योजना को अब धरातल पर मूर्त रूप दिया जाना है।
यह है पुष्कर सोलर सिटी का प्लान
-पुष्कर में कार्यालयों-घरों में रूप टाॅप सोलर सिस्टम-पुष्कर के निकट दो से तीन बीघा बंजर भूमि पर बनेगा सोलर पार्क
– मोतीसर, सावित्री पहाड़ी और अन्य रेतीले टीबों में लगाएंगे पैनल- सौर ऊर्जा से स्ट्रीट लाइट और इलेक्टि्रक व्हीकल का संचालन
यूं करेंगे विभाग सहयोगरूफटॉप सोलर पैनल-डिस्कॉम लगाएगा पैनल
अपशिष्ट पदार्थ से ऊर्जा-स्वायत्त शासन और नगरीय विकास विभागसोलर पार्क-राजस्थान सोलर पार्क विकास कंपनी, अक्षय ऊर्जा निगम, नगर निकाय और डिस्कॉम
ई-व्हीकल-परिवहन विभागस्ट्रीट लाइट-नगर निकाय तथा स्वायत्तशासन विभाग
सब्सिडी नीति होनी है तय
केंद्र सरकार के स्तर पर छोटे शहरों में बनने वाले सोलर सिटी में उपभोक्ताओं को देय सब्सिडी नीति तय होनी है। अभी तीन किलोवाट के प्लांट पर करीब 40 प्रतिशत सब्सिडी है। पुष्कर में कम आबादी को देखते हुए अक्षय ऊर्जा निगम ने ज्यादा लोगों को ज्यादा सब्सिडी देने की मांग की है।
यह है रेसको मॉडल
रिन्यूएबल एनर्जी सर्विस कंपनी यानी रेस्को मॉडल सरकारी विभागों के भवनों की छत पर रूफटॉप सोलर प्लांट लगवाने के लिए शुरू किया गया है। इसमें अक्षय ऊर्जा निगम टेंडर के जरिए कंपनी तय कर कामकाज कराता है। इसकी एवज में 4 रुपए 15 पैसे प्रति यूनिट तक संबंधित विभाग कंपनी को भुगतान करता है।
फैक्ट फाइल
पुष्कर की आबादी-25 हजार
पुष्कर में आवास-5 से 7 हजारबड़े-छोटे होटल-250
सरकारी कार्यालय-20
पुष्कर को सोलर हब बनाने की अपार संभावनाएं हैं। सोलर सिटी प्लान को लेकर ऊर्जा, स्वायत्त शासन विभाग से जैसे निर्देश मिलेंगे उस पर अमल करेंगे।
एन.एस.निर्वाण, प्रबंध निदेशक अजमेर डिस्कॉम