ख्वाजा साहब का उर्स चांद दिखाई देने पर ख्वाजा साहब का उर्स चांद दिखाई देने पर 12 फरवरी से शुरू होगा। पूर्व में कोरोना को देखते हुए विश्राम स्थली इस बार बंद रखे जाने का निर्णय किया गया था। लेकिन अब विश्राम स्थली में जायरीन के ठहरने की व्यवस्था की जा सकेगी। हालांकि विश्राम स्थली में भी कोविड नियमों की पालना अनिवार्य होगी। दरगाह नाजिम अश्फाक हुसैन ने बताया कि विश्राम स्थली में आने वाले सभी जायरीन का रजिस्ट्रेशन होगा। साथ ही कोई भी जायरीन 24 घंटे से ज्यादा नहीं ठहर सकेंगे।
राज्य सरकार को लिखे पत्र अजमेर जिला पुलिस अधीक्षक जगदीश चन्द्र शर्मा के अनुसार उर्स में आने वाले जायरीन के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के लिए व्यवस्था की जा रही है। इसके लिए जिला प्रशासन जल्द ही बेवसाइट शुरू करेगा। कोविड की नेगेटिव रिपोर्ट साथ लाना अनिवार्य होगा। इसके लिए सभी राज्य सरकारों को पत्र लिखे जा चुके हैं।
यह रहेगा उर्स का कार्यक्रम – 8 फरवरी को चढ़ेगा उर्स का झंडा
-11 फरवरी को उतारा जाएगा संदल -12 फरवरी को खुलेगा जन्नती दरवाजा
-013 या 14 फरवरी को होगी रजब की पहली तारीख
-12 और 19 फरवरी को होगी जुमे की नमाज
18 या 19 फरवरी होगी कुल की रस्म -21 या 22 फरवरी को होगी बड़े कुल की रस्म अजमेर दरगाह के उर्स को लेकर सरकारी गाइडलाइन जारी
11 को उतरेगा संदल, 14 बॉलिवुड की चादर खादिम सैयद कुतुबुद्दीन सखी ने बताया कि 11 फरवरी को दरगाह में सालभर मजार शरीफ पर पेश किया जाने वाला संदल उतारा जाएगा। यह संदल जायरीन में बांटा जाता है। इसी तरह 14 फरवरी को बॉलीवुड की तरफ से चादर पेश की जाएगी।