फाइबर केबल का भी जाल
शहर में अब ऑप्टीकल फाइबर केबल का भी जाल बिछ गया है। इसमें कई जगह इन्हें भूमिगत तो कहीं पर बिजली अथवा अन्य खम्भों पर खींचा जा रहा है। कई जगह तो निजी कम्पनियां स्वयं के स्तर पर खम्भे लगाकर लाइन डाल रही हैं। इसके कारण मुख्य मार्गों पर तारों का जंजाल दिखाई देने लगा है। इसके बावजूद जनप्रतिनिधि और अधिकारी चुप्पी साधे बैठे हैं।
शहर में अब ऑप्टीकल फाइबर केबल का भी जाल बिछ गया है। इसमें कई जगह इन्हें भूमिगत तो कहीं पर बिजली अथवा अन्य खम्भों पर खींचा जा रहा है। कई जगह तो निजी कम्पनियां स्वयं के स्तर पर खम्भे लगाकर लाइन डाल रही हैं। इसके कारण मुख्य मार्गों पर तारों का जंजाल दिखाई देने लगा है। इसके बावजूद जनप्रतिनिधि और अधिकारी चुप्पी साधे बैठे हैं।
केस 1 शहर के नसीराबाद मार्ग पर डिवाइडर के बीच में आकर्षक खम्भो पर लाईटें लगी हुई हैं। लेकिन इन पर केबल के तारों के बंडल अलग से ही लटके नजर आते हैं। अधिकांश रोड पोललैस होने के कारण रोड शानदार दिखाई देता है, लेकिन खम्भों पर लटके तार बंदरंग कर रहे हैं।
केस 2
शहर के वैशाली नगर चौपाटी के सामने शानदार रोड है। यहां पर भी पोललैस होने के कारण रोड लाईटों के लिए बिजली के खम्भे लगे हैं। लेकिन रोड लाईटों के खम्भों पर दिन में ही केबल ऑपरेटर के कर्मचारी सीढ़ी लगाकर काम करते देखे गए।
शहर के वैशाली नगर चौपाटी के सामने शानदार रोड है। यहां पर भी पोललैस होने के कारण रोड लाईटों के लिए बिजली के खम्भे लगे हैं। लेकिन रोड लाईटों के खम्भों पर दिन में ही केबल ऑपरेटर के कर्मचारी सीढ़ी लगाकर काम करते देखे गए।
केस 3 पुष्कर रोड पर भी आकर्षक लाईटें लगाई गई हैं। यह इलाका रात्रि में दूधिया रोशनी से सराबोर रहता है, लेकिन यहां भी रोड लाईटों पर लटके केबल वायर खूबसूरती में बदनुमा दाग-से नजर आते हैं। खम्भों पर तारों के बंडल लटका रखे हैं। कहीं पर बोतल के अंदर तार भी लगा रखे हैं।
केस 4 जवाहर रंगमंच के आगे भी यही स्थिति है। यहां पर रोड लाईटों के खम्भों पर केबल के तार लटके हुए हैं। यही स्थिति पूरे शहर में देखने को मिल जाएगी।