विभागीय जांच में सामने आया कि जेल में हार्डकोर अपराधी का सामान जाने से रोकने के मामले में जेलर सौरभ स्वामी ने २० अगस्त की रात ९ बजे आरएसी के हैडकांस्टेबल मदनलाल को जेल परिसर स्थित कार्यालय में बुलाया था। यहां जेलर मोहन मीणा के अलावा हार्डकोर अपराधी लॉरेन्स विश्नोई और संजय पांड्या मौजूद थे। लॉरेन्स ने उसका सामान रोकने पर हैडकांस्टेबल मदनलाल को धमकाते हुए देख लेने की धमकी दी थी। रात ९ बजे हार्डकोर बंदियों को बैरक से निकाल मुख्यद्वार तक लाए जाने को जेल प्रशासन ने गंभीर मानते हुए ड्यूटी पर मौजूद जेलर सौरभ स्वामी को निलंबित कर दिया।
जेलर सौरभ स्वामी का नाम हाई सिक्योरिटी जेल में आत्महत्या का प्रयास करने वाले हार्डकोर अपराधी इमरान के प्रकरण में भी सामने आया था। इमरान ने भी जेल अधीक्षक ओमप्रकाश शर्मा, जेलर सौरव स्वामी पर प्रताडि़त करने का आरोप लगाया था।