मौसम में सुबह ही ठंडक गायब हो गई। धूप निकलने के साथ गर्मी के तेवर बढ़ गए। सुबह 10.30 बजे ही भीषण धूप और लू के थपेड़ों ने लोगों को जबरदस्त तपा दिया। राहगीर, वाहन चालक मुंह और सिर पर कपड़ा ढांपकर ही बाहर निकले।
गर्मी में कूलर और पंखे ज्यादा राहत नहीं दे सके। दोपहर बाद सड़कों पर चहल-पहल सिमटी रही। सूरज ने मानो अघोषित कफ्र्यू लगा दिया। हवा में घुली गर्माहट से घर-आंगन तपते रहे। न्यूनतम तापमान 29.5 डिग्री रहा।
पारा 40 डिग्री के पार बीते सप्ताह दिनों अंधड़ और बरसात के चलते पारा नीचे गिरकर 32.2 डिग्री पर आ गया था। सूरज ने फिर रौद्र रूप धारण कर लिया है। पिछले आठ दिन दिन से पारा दिन से 40 डिग्री से नीचे नहीं उतरा है। गर्मी और धूप की प्रचंडता लगातार बढ़ रही है। धूप की तपन और लू के झौंके शरीर को कचोट रहे हैं। सूरज के रोहिणी नक्षत्र में जाने के बाद नौ तपा का असर बना हुआ है। यह अभी छह दिन और बना रहेगा। ऐसे में लोगों को जबरदस्त गर्माहट झेलनी पड़ेगी।
2016 में मई था सबसे गर्म
पिछले दस साल में 19 मई 2016 सबसे गर्म था। इस दिन अधिकतम तापमान 46.2 डिग्री तक जा पहुंचा था। यह पचास साल में अजमेर का सर्वाधिक तापमान रहा था। पिछले साल 8 मई को पारा 44 डिग्री तक पहुंच पाया। इससे पहले 7 जून 2014 को तापमान 44.8 डिग्री रहा था। 2008 में मई में तापमान 41, 2009 में 40.4, 2010 में 39.8, 2011 में 41.2, 2012 में 42 डिग्री रहा था। इसी तरह 2013 में 43, 2015 में 43.4 डिग्री रहा था। इस साल तापमान 44.0 डिग्री से आगे नहीं बढ़ा है। साल 2016 का रिकॉर्ड अभी नहीं टूटा है।
पिछले दस साल में 19 मई 2016 सबसे गर्म था। इस दिन अधिकतम तापमान 46.2 डिग्री तक जा पहुंचा था। यह पचास साल में अजमेर का सर्वाधिक तापमान रहा था। पिछले साल 8 मई को पारा 44 डिग्री तक पहुंच पाया। इससे पहले 7 जून 2014 को तापमान 44.8 डिग्री रहा था। 2008 में मई में तापमान 41, 2009 में 40.4, 2010 में 39.8, 2011 में 41.2, 2012 में 42 डिग्री रहा था। इसी तरह 2013 में 43, 2015 में 43.4 डिग्री रहा था। इस साल तापमान 44.0 डिग्री से आगे नहीं बढ़ा है। साल 2016 का रिकॉर्ड अभी नहीं टूटा है।