पति ही उसका भगवान, एक-एक सांस का मालिक और जीवन का अभिन्न अंग होता है, लेकिन यही पति बीवी को मौत के घाट उतार दे तो पति-पत्नी के पवित्र रिश्ते कलंकित हो जाते हैं। आखिर भिनाय उपखंड स्थित रैण की घाटी में जिस विवाहिता का सड़ा-गला शव मिला। इसमें पति ही हत्यारा निकला। पुलिस के सामने आरोपित ने अपना जुर्म भी कबूल कर लिया।
अनबन होने पर पीहर आ गई थी सुशीला पुलिस के अनुसार रैण घाटी में जिस विवाहिता का शव मिला। वह ग्राम नारा बाबा का बाडिय़ा, उदयगढ़ खेड़ा निवासी रघुनाथ रावत की पुत्री सुशीला उर्फ पिन्टा का निकला। पति से अनबन होने पर वह पीहर आ गई थी। बाद में पति रूप सिंह ने दूसरी शादी भी कर ली, लेकिन सुशीला से सम्बन्ध बनाए रखे।
वैसे सुशीला का विवाह पहले किसी युवक से हुआ बताते हैं, लेकिन इसे छोडक़र उसने दो साल पहले रूप सिंह से नाता विवाह कर लिया था। तीन माह पहले किसी बात को लेकर अनबन होने पर सुशीला ने रूपसिंह को भी छोड़ दिया और वह पीहर आ गई थी।
16 सितम्बर से थी लापता थानाधिकारी धर्मराज मीणा के अनुसार सुशीला १6 सितम्बर को घर से लापता हुई थी। इसकी गुमशुदगी दर्ज होने पर पुलिस ने तलाश किया। बीते शनिवार १२ अक्टूबर को शव रैण घाटी में मिला था। जो 26 दिन पुराना होने से काफी सड़ गया था। मृतका के भाई राजूसिंह व उसकी मां ने शव की शिनाख्त की थी। भाई ने हत्या का मामला दर्ज कराया था। पुलिस ने मोबाइल की लोकेशन के आधार पर जांच को आगे बढ़ाया। पुख्ता सबूत मिलने पर आरोपी को पुलिस हिरासत में लेकर कड़ाई से पूछताछ की तो उसने सुशीला की हत्या करना स्वीकार कर लिया।
हत्या के पीछे लूट को वजह बताने की कोशिश पूछताछ में आरोपी रूपसिंह ने पुलिस को बताया कि १६ सितम्बर को उसने सुशीला को घर से बुलाया। भिनाय बस स्टैंड से बाइक पर बैठा कर पहाड़ी तलहटी में ले गया। यहां मोबाइल की बात को लेकर दोनों में झगड़ा हो गया। इस दौरान तैश में आकर उसने सुशीला की गर्दन मरोड़ दी। इससे वह अचेत हो कर गिर गई। बाद में रूप सिंह ने गला दबाकर उसे मौत के घाट उतार दिया। इस हत्या की वजह लूट बताने के लिए वह सुशीला के पायजेब, सोने के टोप्स, गले से चांदी की चेन लेकर फरार हो गया,लेकिन उसकी यह चालाकी काम नहीं आई।