प्रबंध निदेशक भाटी ने सोमवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए अधिकारियों की बैठक में कहा कि मीटर बंद होने के कारण एवरेज बिलिंग, जीरो बिलिंग एवं प्रोविजनल बिलिंग तो नही की जा रही है इन सभी की जांच करें। सभी उपभोक्ताओं को वास्तविक उपभोग के आधार पर व सभी श्रेणियों के बिल समय पर जारी किए जाएं इसका विशेष ध्यान रखा जाए।
रेवन्यू बढ़ाओ, छीजत घटाओ
नियमित व पीडीसी उपभोक्ताओं के दिसम्बर 2020 तक एवं राजकीय विभागों के बकाया राशि वसूली का कार्य दिए गए लक्ष्यों के आधार पर पूर्ण करे। निगम के 103 प्रतिशत राजस्व और 12.88 प्रतिशत से कम छीजत का लक्ष्य को हर हाल में हासिल किया जाए। इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही व अनियमितता नही बरती जाए। भाटी ने निर्देश दिए कि सभी उपखंडों में की गई सतर्कता जांच के जुर्माना राशि के यूनिट संबंधित खातों में डेबिट करे इससे निगम के राजस्व में बढ़ोतरी होगी।
करो फोटो बिलिंग
प्रथम बिल समय पर जारी किए जाएं। स्वैच्छिक भारवृद्वि योजना के तहत जिन कृषि उपभोक्ताओं के विद्युत भार में बढ़ोतरी हुई है उनके बढ़े हुए भार एवं खपत के अनुसार बिल जारी किए जाएं सभी सब स्टेशनों पर मीटर लगाए जाएं। जिन उपभोक्ताओं के बिना फ ोटो मीटर के बिलिंग हो रही है उसे फ ोटो मीटर के साथ बिलिंग की जाए। जिन उपभोक्ताओं के कनेक्शन हो चुके है लेकिन बिल जारी नही किए है उन्हे शीघ्र प्रथम बिल शीघ्र जारी किया जाए।
जीरो बिलिंग की सघन जांच
भाटी ने लेखाधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि जिन उपभोाक्ताओं को जीरो उपभोग के बिल दिए जा रहे है उन परिसरो की सघनता से जांच कर वास्तविक उपभोग के बिलिंग की कार्यवाही करें। प्रोविजनल बिलिंग भी 1 प्रतिशत से कम करना सुनिश्चित करे व नेगेटिव बिलिंग कम से कम एवं न के बराबर होनी चाहिए।
तुरंत जारी करो कनेक्शन
एमडी ने कहा कि जहां भी कनेक्शन लंबित है उन्हें शीघ्र ही जारी कराया जाए एवं साथ ही उपभोक्ताओं एवं आमजन को 24 घंटे विद्युत आपूर्ति दी जाए। विद्युत उपभोक्ताओं को बिलिंग एवं विद्युत आपूर्ति संबंधी कोई भी समस्या आती है तो उसका समाधा करें। निगम के अधिकारी विद्युत संबंध विच्छेद व स्थाई विद्युत संबंध विच्छेद वाले उपभोक्ताओं पर भी विशेष ध्यान केंद्रित कर वसूली करें। जिन उपभोक्ताओं की 5 हजार रूपए से ज्यादा की बिल राशि बकाया है उनसे वसूली तेज की जाए। वीसी के दौरान मुख्यालय में निदेशक तकनीकी के.एससिसोदिया निदेशक वित्त एम.के.गोयल मुख्यलेखा नियंत्रक एस.एम. माथुर, टीएटू एमडी राजीव वर्मा, मुख्य लेखाधिकारी एवं अजमेर डिस्कॉम के लेखाधिकारी उपस्थित थे।