पुलिस के अनुसार सिविल लाइन्स क्षेत्र में रहने वाले डेविड एस जेम्स ने अदालत के इस्तगासे से सिविल लाइन्स थाने में धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज करवाया। डेविड ने बताया कि प्राइवेट इंश्योरेंट कम्पनी के एजेंट दिल्ली निवासी जीएस चौहान ने 2013 में उसे इंश्योरेंस पॉलिसी लेने का आग्रह किया। चौहान ने 5 साल के लिए वन टाइम इनवेस्टमेंट का प्लान दिया।
परिवार में चर्चा के बाद उसने स्वयं, पत्नी, बेटे के नाम चार पॉलिसी ले ली। पॉलिसी के एवज में चौहान को साढ़े 4 लाख रुपए दे दिए। चार साल बाद उसने जब चौहान से सम्पर्क किया तो वह उसको लगातार टालने लगा।
मामले में जब कम्पनी के मुख्यालय में सम्पर्क किया तो उसे जानकारी मिली कि पॉलिसी 15 साल के लिए थी लेकिन अब वह बंद हो चुकी है। डेविड को जब साढ़े चार लाख रुपए की धोखाधड़ी का पता चला। उसने अदालती इस्तगासे से जीएस चौहान के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज करवाया।
इस साल नहीं मिलेगा अजमेर को ये तोहफा स्मार्ट सिटी के तहत अजमेर शहर को सिटी बसें अब अगले साल ही मिल पाएंगी। नगर निगम ने बसों का ठेका देने प्रक्रिया पांच माह पूर्व शुरु की थी। पहली बार निगम को अनुभवी कम्पनियां नहीं मिलीं। इसके बाद निगम ने पुन: टेंडर जारी किए। इसमें पुणे की दो कम्पनियों ने भागीदारी की। इसमें एक कम्पनी को योग्य पाया गया है लेकिन अब उसे वर्क ऑर्डर जारी करने का मामला अटक गया है।
अब बसों की खरीद व संचालन अगले साल ही संभव होता नजर आ रहा है। स्मार्ट सिटी के तहत 15 बसें खरीदी जाएंगी। 32 सीटर इन बसों का संचालन अजमेर-पुष्कर के बीच होगा। पुष्कर के लिए एसी बस चलेगी। बसों के लिए 6 रूट निर्धारित किए गए हैं।