पहाड़ी पर बने मकानों को कराया था खाली लौंगिया में तीन दिन पहले (three days ago) एक बड़ा बड़ का पेड़ बारिश के कारण गिर गया था। साथ ही परकोटे की दीवार गिरने के कारण पहाड़ी पर भू-स्खलन (Landslide) के डर से स्थानीय लोगों ने पहाड़ी की तलहटी में बने मकानों को खाली करवाने की अपील की थी। इस दौरान बड़ की मस्जिद के पास (Near the mosque) काफिया पैलेस में उनके ठहरने की व्यवस्था की गई थी। लेकिन वहां पर कुछ लोग एक दिन ठहरे भी लेकिन अब वह पुन: अपने मकानों में चले गए है। ऐसे में पुन: बारिश का दौर शुरू होने पर बड़ा हादसा होने से इंकार नहीं किया जा सकता है।
पंप लगाकर पानी की निकासी शहर में बारिश के पानी की निकासी के लिए नगर निगम की ओर से 14 पंप लगाकर निकासी कराई जा रही है। नगर निगम के सात और एक एडीए का पंप लगा हुआ है। इसी प्रकार अजय नगर साईबाबा मंदिर के पास उदय नगर में दो पंप पानी तोड़ रहे हैं। कोटड़ा में एक, आम का तालाब क्षेत्र में दो और एक तोपदड़ा अंडर पास में पंप लगे हैं।
मिट्टी और पत्थर हटाए : बारिश के दौरान (During the rain) पहाड़ी क्षेत्रों से बहकर आई मिट्टी और पत्थरों से भी लोगों को परेशानी हो रही थी। इसके चलते अजमेर नगर निगम की ओर से एक जेसीबी (one jcb)लौगिंया, एक पुलिस लाइन और एक उदय कॉलोनी में भेजकर हटवाया गया।
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झील से पानी की निकासी जारी है। इसका गेज 15 से घटकर 14 फीट 7 इंच तक पहुंचा है। सिंचाई विभाग ने दोनों चैनल गेट डेढ़ फीट तक खोल दिए हैं। इससे पानी ज्यादा तेजी से निकल रहा है। झील की भराव क्षमता 13 फीट है। उधर, खानपुरा तालाब की तीन इंच की चादर चल रही है।
झील से पानी की निकासी जारी है। इसका गेज 15 से घटकर 14 फीट 7 इंच तक पहुंचा है। सिंचाई विभाग ने दोनों चैनल गेट डेढ़ फीट तक खोल दिए हैं। इससे पानी ज्यादा तेजी से निकल रहा है। झील की भराव क्षमता 13 फीट है। उधर, खानपुरा तालाब की तीन इंच की चादर चल रही है।