जिला आबकारी अधिकारी राजेश गोयल ने बताया कि अजमेर जिले में अंग्रेजी शराब की 69 दुकानों सहित देशी शराब के 302 समूहों यानी कुल 402 दुकानों के लिए ऑनलाइन आवेदन मांगे गए हैं। इसमें कम्पोजिट दुकानें भी शामिल हैं जहां अंग्रेजी व देशी दोनों किस्म की शराब बेची जाती है। इस बाबत जारी निर्देशों के तहत प्रति आवेदन तीस हजार रुपए का शुल्क लिया जा रहा है। गोयल ने बताया कि 3 मार्च तक कुल 6 हजार 735 फार्म जमा किए गए हैं जिनसे 12 करोड़ 30 लाख 30 हजार रुपए का राजस्व मिला। गुरुवार रात 11 बजकर 50 मिनट तक ऑनलाइन आवेदन स्वीकार किए जाएंगे। 12 मार्च को जवाहर रंगमंच पर राज्य सरकार की ओर से तय की गई कमेटी के समक्ष शराब ठेकों की लॉटरी निकाली जाएगी।
देशी में पड़त से बचने को तिथि बढ़ाई दूसरी ओर सूत्रों का कहना है कि इसके पूर्व आबकारी आयुक्त ने 27 फरवरी तक आवेदन करने व 5 मार्च को लॉटरी निकाले जाने की तारीख तय की थी। लेकिन प्रदेश के ठेकेदारों की ओर से दिलचस्पी नहीं लिए जाने के कारण देशी शराब के पड़त में रह जाने की आशंका है। इससे विभाग को करोड़ों रुपए का राजस्व घाटा भुगतना पड़ता। इसके चलते आवेदन लेने की तिथि बढ़ाई गई है। साथ ही विभाग के अधिकारियों को शराब ठेकेदारों से संपर्क कर उन्हें नई आबकारी नीति के बारे में समझाने के भी निर्देश दिए गए हैं।
बार लाइसेंस शुल्क वृद्धि का विरोध नई आबकारी नीति के तहत होटल व रेस्टोरेंट बार का लाइसेन्स शुल्क सात लाख रुपए से बढ़ा कर 13 लाख रुपए किए जाने के विरोध में शहर के बार मालिकों ने जिला आबकारी अधिकारी से शिकायत की है। उनका कहना है कि लाइसेन्स शुल्क दोगुना करने से उन्हें घाटा उठाना पड़ेगा।